क्या पतंग से बच्चों की परवरिश को जोड़ा जा सकता है? भाग्यश्री ने नए माता-पिता को दी महत्वपूर्ण सलाह

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क्या पतंग से बच्चों की परवरिश को जोड़ा जा सकता है? भाग्यश्री ने नए माता-पिता को दी महत्वपूर्ण सलाह

सारांश

बाल दिवस के नजदीक आते ही भाग्यश्री ने नए माता-पिता को बच्चों की परवरिश के लिए अनमोल सलाह दी है। उन्होंने बच्चों को पतंग के रूप में समझाया, जिससे माता-पिता को सही दिशा में मार्गदर्शन मिलता है। जानें उनके विचार और पेरेंटिंग के टिप्स।

Key Takeaways

  • बच्चों की परवरिश में प्यार और अनुशासन का संतुलन जरूरी है।
  • बच्चों को पतंग की तरह समझना चाहिए।
  • माता-पिता को अपने बच्चों के हमराज बनना चाहिए।
  • बच्चों को सही मूल्य सिखाना माता-पिता की जिम्मेदारी है।
  • बच्चों का भरोसा जीतना महत्वपूर्ण है।

मुंबई, 11 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। बाल दिवस नजदीक आ रहा है और सभी इसके लिए उत्साहित हैं। मनोरंजन जगत में भी इस अवसर पर कई फिल्में रिलीज हुई हैं, और सेलेब्रिटीज लगातार पेरेंटिंग टिप्स साझा कर रहे हैं।

इसी बीच, मंगलवार को प्रसिद्ध अभिनेत्री भाग्यश्री ने इंस्टाग्राम पर एक रोचक वीडियो साझा किया, जिसमें उन्होंने नए माता-पिता को पेरेंटिंग का एक अनमोल राज बताया।

भाग्यश्री ने बच्चों की परवरिश को पतंग उड़ाने से जोड़ा है। उन्होंने कहा, "बच्चे पतंग की तरह होते हैं। कभी-कभी उन्हें ढील छोड़नी पड़ती है, तो कभी उन्हें मांझे के साथ पकड़कर रखना आवश्यक होता है। याद रखें, इस मांझे की डोर हमेशा मां-बाप के हाथ में होती है। आपके बच्चे कई दोस्तों के साथ होंगे, लेकिन सही परवरिश केवल आप ही कर सकते हैं। बच्चों के दोस्त नहीं, बल्कि उनके हमराज बनें। दोस्ती के उसूलों और परवरिश में संतुलन बनाए रखें।"

वीडियो के साथ भाग्यश्री ने नए माता-पिता के लिए मन की बात साझा की, "बच्चों का दिन आने वाला है, तो यहां आपके लिए एक छोटा सा सुझाव है। मुझे यकीन है कि आप अपने बच्चों के लिए सर्वश्रेष्ठ चाहते हैं। सबसे महत्वपूर्ण यह है कि आपके बच्चे आप पर भरोसा कर सकें और अपनी चिंताओं को बिना किसी डर के आपसे साझा कर सकें।"

उन्होंने आगे लिखा, "कभी-कभी प्यार और अनुशासन के बीच की रेखा धुंधली हो जाती है। आज के युग में आधुनिक और खुले विचारों वाले माता-पिता बनने में यह जरूरी है कि बच्चों को अनुशासन, सम्मान और सही मूल्य सिखाना आपकी जिम्मेदारी है। दोस्त जैसे माता-पिता होना अच्छा है, लेकिन केवल दोस्त बनकर रह जाना ठीक नहीं है।"

Point of View

इस विषय पर बात करते हुए यह स्पष्ट है कि बच्चों की परवरिश में माता-पिता की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण होती है। भाग्यश्री के विचारों को समझते हुए, हमें यह समझना चाहिए कि प्यार और अनुशासन का संतुलन बनाए रखना आवश्यक है। हमें बच्चों के साथ दोस्ताना संबंध बनाने के साथ-साथ उनकी सही परवरिश पर भी ध्यान देना चाहिए।
NationPress
11/11/2025

Frequently Asked Questions

क्या बच्चों की परवरिश में अनुशासन जरूरी है?
हाँ, अनुशासन बच्चों के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह उन्हें सही मूल्यों और सम्मान सिखाता है।
भाग्यश्री ने बच्चों के लिए क्या सलाह दी है?
भाग्यश्री ने बच्चों को पतंग के रूप में समझते हुए नई माता-पिता को प्यार और अनुशासन के बीच संतुलन बनाए रखने की सलाह दी है।
नए माता-पिता के लिए सबसे महत्वपूर्ण क्या है?
नए माता-पिता के लिए सबसे महत्वपूर्ण यह है कि उनके बच्चे उन पर भरोसा कर सकें और अपनी चिंताओं को साझा कर सकें।