क्या आप जानते हैं भारतीय रैप की ‘क्वीन’ हार्ड कौर के बारे में?

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क्या आप जानते हैं भारतीय रैप की ‘क्वीन’ हार्ड कौर के बारे में?

सारांश

29 जुलाई को जन्मदिन मनाने वाली हार्ड कौर ने रैपिंग की दुनिया में एक नई परंपरा स्थापित की। उनके हिट गाने आज भी युवाओं के दिलों में बसे हुए हैं। आइए, जानते हैं उनकी प्रेरणादायक कहानी।

Key Takeaways

  • हार्ड कौर ने भारतीय रैप में महिला सशक्तिकरण का नया आयाम स्थापित किया।
  • उनके गाने आज भी युवाओं में लोकप्रिय हैं।
  • उनका जीवन संघर्ष और सफलता की कहानी है।
  • उन्होंने न केवल गायन, बल्कि अभिनय में भी अपनी पहचान बनाई है।
  • हार्ड कौर की बेबाकी उन्हें एक प्रेरणादायक व्यक्तित्व बनाती है।

मुंबई, 28 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। भारतीय रैप की दुनिया की ‘क्वीन’ हार्ड कौर का जन्मदिन 29 जुलाई को मनाया जाएगा। तारा कौर ढिल्लों, जिन्हें हर कोई हार्ड कौर के नाम से जानता है, ने अपने अनोखे अंदाज और अद्भुत आवाज से संगीत जगत में एक नई पहचान बनाई है। जब भारत में रैपिंग का क्षेत्र पुरुषों के लिए माना जाता था, तब हार्ड कौर ने न केवल इस क्षेत्र में कदम रखा, बल्कि पहली महिला रैपर बनकर एक नई परंपरा स्थापित की। उनके हिट गाने ‘रौला पै गया’, ‘चार बज गए’, ‘मूव योर बॉडी’ और ‘टल्ली हुआ’ आज भी युवाओं की पसंद बने हुए हैं।

हार्ड कौर का जन्म 29 जुलाई 1979 को उत्तर प्रदेश के कानपुर में एक पंजाबी परिवार में हुआ था। उनके जीवन की शुरुआत आसान नहीं थी। 1984 में हुए सिख विरोधी दंगों में उनके पिता की हत्या कर दी गई और उनकी मां का ब्यूटी पार्लर जला दिया गया। इसके बाद वे अपने दादा-दादी के साथ पंजाब के होशियारपुर चले गए। 1991 में उनकी मां ने एक ब्रिटिश नागरिक से शादी की, जिसके बाद परिवार बर्मिंघम, इंग्लैंड चला गया। यहीं से हार्ड कौर ने रैप और हिप-हॉप की दुनिया में अपने सपनों को पंख दिए।

उनका पहला गाना ‘एक ग्लासी’ रातों-रात उन्हें स्टार बना दिया। 2007 में फिल्म ‘जॉनी गद्दार’ के गाने ‘मूव योर बॉडी’ ने युवाओं में धूम मचाई। इस गाने में शंकर-एहसान-लॉय के साथ उनकी जुगलबंदी ने इसे सुपरहिट बना दिया। 2011 में ‘फालतू' का गाना ‘चार बज गए लेकिन पार्टी अभी बाकी है’ एक पार्टी एंथम बन गया, जिसमें हार्ड कौर के रैप ने सबको थिरकने पर मजबूर कर दिया। ‘सिंह इज किंग’ का ‘बस एक किंग’ और ‘पटियाला हाउस’ का ‘रौला पै गया’ जैसे गाने उनकी सफलता में चार चांद लगाते हैं।

हार्ड कौर ने न केवल गायन में, बल्कि अभिनय और संगीत निर्देशन में भी अपने हाथ आजमाए हैं। 2016 में उनकी फिल्म ‘टिकट टू बॉलीवुड’ में उन्होंने नकारात्मक भूमिका निभाई। उन्होंने अपना रिकॉर्ड लेबल भी शुरू किया और ‘शेरनी’ जैसे गानों के जरिए महिला सशक्तिकरण का संदेश फैलाया। हालांकि, उनकी निजी जिंदगी भी चर्चा का विषय रही है। 2020 में एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा था कि वे शादी नहीं करना चाहतीं, क्योंकि वे अपनी स्वतंत्रता और करियर पर ध्यान केंद्रित करना चाहती हैं।

हार्ड कौर की जिंदगी और करियर संघर्ष, प्रतिभा और जुनून की एक मिसाल है। 2019 में उन्होंने ‘द कपिल शर्मा’ शो में गीतकार समीर अंजान पर ‘चार बज गए’ का श्रेय छीनने का आरोप लगाया, जिससे उनकी बेबाकी सामने आई।

Point of View

बल्कि यह दिखाता है कि किस तरह एक महिला अपने जुनून और मेहनत से हर बाधा को पार कर सकती है। वे भारतीय रैपिंग में एक नई परंपरा स्थापित करने में सफल रही हैं, जो युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत है।
NationPress
04/08/2025

Frequently Asked Questions

हार्ड कौर का असली नाम क्या है?
हार्ड कौर का असली नाम तारा कौर ढिल्लों है।
हार्ड कौर के सबसे हिट गाने कौन से हैं?
उनके सबसे हिट गाने हैं 'रौला पै गया', 'चार बज गए', 'मूव योर बॉडी' और 'टल्ली हुआ'।
हार्ड कौर का जन्मदिन कब है?
हार्ड कौर का जन्मदिन 29 जुलाई को है।
हार्ड कौर ने किस फिल्म में नकारात्मक भूमिका निभाई?
उन्होंने फिल्म 'टिकट टू बॉलीवुड' में नकारात्मक भूमिका निभाई।
हार्ड कौर का योगदान किस क्षेत्र में है?
हार्ड कौर का योगदान मुख्य रूप से संगीत, रैपिंग और महिला सशक्तिकरण में है।