क्या छोटे पर्दे पर श्रीकृष्ण का किरदार निभाने वाले सितारे दर्शकों द्वारा माधव समझकर पूजे जाते हैं?

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क्या छोटे पर्दे पर श्रीकृष्ण का किरदार निभाने वाले सितारे दर्शकों द्वारा माधव समझकर पूजे जाते हैं?

सारांश

जन्माष्टमी के पावन पर्व पर जानिए कैसे छोटे पर्दे पर भगवान श्री कृष्ण के किरदार निभाने वाले सितारे दर्शकों के दिलों में बस गए। इन अभिनेताओं ने कृष्ण के विभिन्न रूपों को जीवंत करके दर्शकों को मंत्रमुग्ध किया है।

Key Takeaways

  • छोटे पर्दे पर भगवान श्री कृष्ण के किरदार निभाने वाले अभिनेताओं का महत्वपूर्ण योगदान है।
  • इन कलाकारों ने कृष्ण की शरारत, प्रेम और बुद्धिमत्ता को जीवंत किया है।
  • दर्शकों ने इन अभिनेताओं के माध्यम से अपने धार्मिक विश्वासों को और मजबूत किया है।

मुंबई, 14 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। जन्माष्टमी का पावन पर्व नजदीक है और इस मौके पर छोटे पर्दे पर भगवान श्री कृष्ण के किरदार को जीवंत करने वाले अभिनेताओं की चर्चा करना अत्यंत महत्वपूर्ण है। पिछले चार दशकों में ‘महाभारत’, ‘रामायण’, ‘श्री कृष्णा’, ‘राधाकृष्ण’, ‘सिया के राम’, ‘विष्णु पुराण’ और ‘देवों के देव महादेव’ जैसे धार्मिक टीवी शो ने दर्शकों के दिलों में गहरी छाप छोड़ी। इन कलाकारों ने भगवान कृष्ण का किरदार इतनी खूबसूरती से निभाया कि दर्शक इन्हें सचमुच ‘कान्हा’ मानकर सम्मान देने लगे।

इन अभिनेताओं ने न केवल कृष्ण की शरारत, प्रेम और बुद्धिमत्ता को पर्दे पर उतारा, बल्कि उनके उपदेशों को भी जीवंत किया, जो आज भी प्रासंगिक हैं। शो में निभाए गए माधव के बाल रूप की बात हो, युवा अवतार या अन्य रूप, हर अंदाज ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध किया।

बीआर. चोपड़ा की ‘महाभारत’ साल 1988 में आई थी, जिसमें नितीश भारद्वाज ने श्री कृष्ण की भूमिका निभाई। उनके शांत स्वभाव, बुद्धिमत्ता और गीता ज्ञान की प्रस्तुति ने दर्शकों को भाव-विभोर कर दिया। दर्शक उन्हें देखकर स्क्रीन पर ही नतमस्तक हो जाते थे।

‘श्री कृष्णा’ साल 1993 में आई थी, जिसमें सर्वदमन डी. बनर्जी ने वयस्क कृष्ण और स्वप्निल जोशी ने किशोर कृष्ण की भूमिका निभाई। सर्वदमन की शांत मुस्कान और गहरे अभिनय ने कृष्ण के दार्शनिक पक्ष को उजागर किया, जबकि स्वप्निल ने माखनचोर कृष्ण की मासूमियत को जीवंत किया।

साल 2013 की ‘महाभारत’ में सौरभ राज जैन ने श्री कृष्ण का किरदार निभाया। उनकी प्रभावशाली आवाज और गंभीर अभिनय शैली वास्तव में नई पीढ़ी को कृष्ण के करीब लाने में सफल रही। एक इंटरव्यू में सौरभ ने बताया था कि लोग उन्हें देखकर काफी सम्मान देते हैं और हाथ जोड़कर जय श्री कृष्ण और राधे-राधे कहते हैं।

वहीं, ‘राधाकृष्ण’ में सुमेध मुद्गलकर ने युवा कृष्ण की भूमिका में जान डाल दी। राधा (मल्लिका सिंह) के साथ उनकी केमिस्ट्री और कृष्ण की शरारतों ने दर्शकों का दिल जीत लिया। ‘जय श्री कृष्णा’ में धृति भाटिया ने बाल कृष्ण का किरदार निभाकर हर किसी को अपनी मासूमियत से मोह लिया।

इन अभिनेताओं ने तन-मन से श्री कृष्ण के किरदार को अपनाया, जिससे दर्शकों का विश्वास और गहरा हुआ। इसके अलावा, मृणाल जैन ने ‘कहानी हमारी महाभारत की’, विशाल करवाल ने ‘द्वारकाधीश भगवान श्री कृष्ण’ और सुदिप साहिर ने ‘परमावतार श्री कृष्ण’ में माधव के किरदार को बखूबी निभाया।

Point of View

यह कहना उचित है कि भारतीय टेलीविजन ने धार्मिकता और संस्कृति को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। दर्शकों ने इन कलाकारों के माध्यम से न केवल भगवान श्री कृष्ण के किरदार को अपनाया है, बल्कि उन्होंने अपनी सांस्कृतिक विरासत को भी सहेजा है।
NationPress
18/08/2025

Frequently Asked Questions

छोटे पर्दे पर श्री कृष्ण का किरदार निभाने वाले सबसे प्रसिद्ध अभिनेता कौन हैं?
छोटे पर्दे पर श्री कृष्ण का किरदार निभाने वाले प्रसिद्ध अभिनेताओं में नितीश भारद्वाज, सर्वदमन डी. बनर्जी और सौरभ राज जैन शामिल हैं।
क्या दर्शक इन अभिनेताओं को सचमुच 'कान्हा' मानते हैं?
हां, दर्शक इन अभिनेताओं को देखकर उन्हें 'कान्हा' मानकर सम्मान देते हैं और उनके किरदारों से गहरा जुड़ाव महसूस करते हैं।
भगवान कृष्ण के किरदार को पर्दे पर निभाने का क्या महत्व है?
भगवान कृष्ण के किरदार को पर्दे पर निभाना न केवल धार्मिकता का प्रतीक है, बल्कि यह भारतीय संस्कृति और नैतिक मूल्यों को भी दर्शाता है।