क्या दर्शकों को <b>‘दे दे प्यार दे 2’</b> औसत लगी? अजय देवगन और रकुल प्रीत की फिल्म की समीक्षा!
सारांश
Key Takeaways
- फिल्म की कहानी औसत थी।
- अजय देवगन का प्रदर्शन सामान्य था।
- रकुल प्रीत की अभिनय में अतिशयोक्ति थी।
- आर. माधवन का किरदार प्रभावी था।
- फिल्म परिवार के साथ देखने योग्य है।
मुंबई, 14 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। अजय देवगन, आर. माधवन और रकुल प्रीत सिंह की फिल्म ‘दे दे प्यार दे 2’ शुक्रवार को सिनेमाघरों में प्रदर्शित हुई। यह फिल्म 2019 में आई हिट रोमांटिक कॉमेडी फिल्म ‘दे दे प्यार दे’ का सीक्वल है। दर्शकों की अपेक्षाओं के अनुसार, फिल्म पहले भाग की तरह दिलचस्प नहीं रही। दर्शकों को गुदगुदाने में फिल्म सफल नहीं रही है और इसे औसत माना गया है।
फिल्म ‘दे दे प्यार दे 2’ देखने पहुंचे एक दर्शक ने राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा, "पहला भाग बहुत अच्छा था, जिसमें तब्बू भी थीं। इस कारण से सीक्वल से अपेक्षाएँ थीं। लेकिन, यह फिल्म उन अपेक्षाओं पर खरी नहीं उतरी। अजय देवगन की अभिनय भी दिल को छूने में नाकाम रही है। उनके चेहरे के हावभाव सामान्य थे और इससे किसी प्रकार का रोमांच नहीं मिला। शायद अजय को अब दृश्यम जैसी सस्पेंस और हॉरर फिल्मों में काम करना चाहिए। कॉमेडी और रोमांटिक फिल्में उनके लिए उपयुक्त नहीं हैं। रकुल प्रीत की अभिनय भी थोड़ी अतिशयोक्तिपूर्ण लगी, जबकि मीजान जाफरी का प्रदर्शन अच्छा था।
एक महिला दर्शक ने कहा कि फिल्म औसत है। पहले भाग में मजा आया, लेकिन दूसरे भाग में थोड़ी कंफ्यूजन हो गई। क्लाइमेक्स में सब स्पष्ट हो जाता है। अजय और रकुल प्रीत साधारण हैं, लेकिन फिल्म देखी जा सकती है। यह पहले भाग की तरह एंटरटेनिंग नहीं लगी।
एक अन्य दर्शक ने फिल्म के बाद कहा कि यह ठीक है और परिवार के साथ देखी जा सकती है। फिल्म ने पहले सीक्वल से जोड़ने की कोशिश की है और फ्लैशबैक में तब्बू को भी दिखाया है। अजय देवगन और रकुल प्रीत की केमिस्ट्री काफी अच्छी है, लेकिन आर. माधवन ने सबको पीछे छोड़ दिया। उन्होंने रकुल प्रीत के पिता का किरदार निभाया है, जो अपनी बेटी के साथ मिलकर योजना बनाते हैं।
रिपोर्ट के अनुसार, ‘दे दे प्यार दे 2’ को 8-10 करोड़ की ओपनिंग मिल सकती है। हालांकि, अभी कोई बड़ी फिल्म रिलीज नहीं हुई है, इसलिए वीकेंड पर फिल्म का कलेक्शन बढ़ने की उम्मीद है।