क्या दीपिका पादुकोण मौजूदा स्थिति को चुनौती देने से कभी नहीं डरी?

सारांश
Key Takeaways
- संघर्ष और सफलता की कहानी
- महिलाओं की सशक्तीकरण की आवश्यकता
- ईमानदारी और प्रामाणिकता का मूल्य
- सकारात्मक सोच का महत्व
- बदलाव लाने का जज़्बा
मुंबई, 30 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। हाल ही में आईएमडीबी द्वारा 'भारतीय सिनेमा की सबसे अधिक चर्चित हस्तियों' की एक सूची जारी की गई है, जिसमें बॉलीवुड अभिनेत्री दीपिका पादुकोण ने शीर्ष पांच में स्थान प्राप्त किया है।
दीपिका ने कहा कि अक्सर उन्हें यह बताया गया कि एक महिला के रूप में अपने करियर की दिशा कैसे निर्धारित करनी चाहिए, लेकिन वह कभी भी मौजूदा स्थिति को चुनौती देने से नहीं घबराईं।
इस सूची में शाहरुख खान पहले स्थान पर हैं, आमिर खान और ऋतिक रोशन दूसरे स्थान पर हैं, और दीपिका पादुकोण तीसरे स्थान पर हैं।
एक इंटरव्यू में दीपिका ने कहा, "जब मैंने अपने करियर की शुरुआत की थी, तो मुझे बार-बार बताया गया कि एक महिला को सफलता के लिए अपने करियर को कैसे चलाना चाहिए या क्या उम्मीदें रखी जानी चाहिए। लेकिन, मैं हमेशा सवाल पूछने, लोगों को नाराज करने, कठिन रास्ते पर चलने और स्थिति को चुनौती देने से नहीं डरी ताकि हम सभी के लिए अपेक्षाओं के ढांचे को नया रूप दे सकूं।"
दीपिका ने अपने प्रशंसकों को उनके निर्णयों के साथ खड़े रहने के लिए धन्यवाद भी दिया। उन्होंने कहा, "मेरे परिवार, प्रशंसकों और सहयोगियों का मुझ पर जो भरोसा है, उसने मुझे अपने फैसले लेने की हिम्मत दी है। मुझे उम्मीद है कि यह रास्ता आने वाली पीढ़ियों के लिए हमेशा बदलाव लाएगा। आईएमडीबी की रिपोर्ट इस विश्वास को मजबूत करती है कि ईमानदारी, प्रामाणिकता और लचीलापन महत्वपूर्ण हैं, और अपने मूल सिद्धांतों पर डटे रहकर बदलाव लाना संभव है।"
यह ध्यान देने योग्य है कि हाल ही में दीपिका पादुकोण को फिल्म 'कल्कि एडी 2898' से बाहर किया गया था। इसके बाद उन्होंने एक क्रिप्टिक पोस्ट में अपने फैसलों के साथ खड़े होने की बात कही थी। इससे पहले उन्हें संदीप रेड्डी वांगा की फिल्म से भी हटाया गया था।