क्या मलेशिया की सड़कों पर दिलजीत सिंह ने दिखाया देसी अंदाज और फैंस के साथ की मस्ती?

सारांश
Key Takeaways
- दिलजीत दोसांझ का मलेशिया दौरा उनकी कला का एक नया आयाम है।
- उन्होंने इंस्टाग्राम पर अपने मजेदार अनुभव साझा किए।
- ड्यूरियन फल का अनुभव उनके लिए खास रहा।
- प्रशंसकों के साथ उनकी मस्ती ने सभी का दिल जीता।
- अगला कॉन्सर्ट हॉन्ग-कॉन्ग में है।
मुंबई, 26 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। गायक और अभिनेता दिलजीत दोसांझ इस समय अपनी कला और कार्यों के चलते लगातार चर्चा में हैं। हाल ही में उन्हें इम्तियाज अली की फिल्म 'अमर सिंह चमकीला' के लिए एमी अवॉर्ड्स में नामांकन मिला है, जो उनके करियर के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि मानी जा रही है। इसके साथ ही, उन्होंने अपना 'औरा टूर' भी आरंभ कर दिया है, जिसकी शुरुआत उन्होंने मलेशिया के कुआलालंपुर से की है।
यह टूर उनके संगीत प्रेमियों के लिए एक विशेष अवसर है, जहां वे लाइव प्रस्तुतियों के माध्यम से अपने गानों से लोगों को जोड़ते हैं।
इस टूर के पहले कॉन्सर्ट के बाद, दिलजीत ने अपने इंस्टाग्राम पर एक दिलचस्प ब्लॉग वीडियो साझा किया, जिसमें वह कुआलालंपुर की सड़कों पर घूमते हुए, प्रशंसकों से मिलते हुए और स्थानीय संस्कृति का आनंद लेते हुए दिखाई दे रहे हैं। वीडियो की शुरुआत में दिलजीत रात के समय में कुआलालंपुर की सड़कों पर घूमते हुए नजर आ रहे हैं। वीडियो में वह पेट्रोनास ट्विन टावर्स के पास खड़े होकर फोटो खिंचवाते हैं और मजेदार अंदाज में गाते हैं, 'ऊंची है बिल्डिंग, लिफ्ट तेरी बंद है।' इसके बाद वह मजाक में कहते हैं, 'भागो नहीं तो ट्विन टावर की बत्ती बंद हो जाएगी।'
वीडियो में उनका मजेदार स्टाइल प्रशंसकों को खूब हंसा रहा है। वीडियो में वह कई भारतीय प्रशंसकों से घिरे हुए नजर आते हैं, जो उनके साथ फोटो खिंचवाने के लिए उत्सुक दिख रहे हैं। दिलजीत बड़े ही प्यार से सभी के साथ सेल्फी लेते हैं और बातचीत करते हैं। एक महिला प्रशंसक उन्हें देखकर हैरान हो जाती है और पूछती है, 'असली हो न?' इस पर दिलजीत हंसते हुए जवाब देते हैं, 'हां जी, असली ही है।'
वीडियो में वह कुआलालंपुर के एक विशेष आयोजन 'ड्यूरियन फेस्ट' में पहुंचे हैं, जिसे वह मजाक में 'दूरियां' कहते हैं। वह बताते हैं कि ड्यूरियन फल को परंपरा के अनुसार खाने के लिए दस्ताने पहनना जरूरी होता है क्योंकि इसकी गंध काफी तेज होती है। वह दस्ताने पहनकर इस फल का स्वाद लेते हैं, लेकिन उन्हें यह बिल्कुल भी पसंद नहीं आता। उनके साथ टीम के कुछ सदस्य भी इस फल का स्वाद लेते हैं और उन्हें भी यह स्वाद कुछ खास अच्छा नहीं लगता।
इस पर दिलजीत कहते हैं कि 'हर किसी का स्वाद अलग होता है और हो सकता है कि यह पहली बार चखने की वजह से हमें पसंद न आया हो।'
ड्यूरियन फल के अनुभव के बाद वह एक कंगारू के पोस्टर के साथ भी तस्वीर खिंचवाते हैं। अंत में दिलजीत अपने अगले कॉन्सर्ट का विवरण साझा करते हुए बताते हैं कि उनका अगला पड़ाव हॉन्ग-कॉन्ग है, जहां वे फिर से प्रशंसकों के साथ मस्ती करने और अपने संगीत का जादू बिखेरने वाले हैं।