क्या ऐश्वर्या राज का सफर दिल्ली विश्वविद्यालय से ‘मिसेज बिहार 2025' तक अद्वितीय है?

सारांश
Key Takeaways
- मिसेज बिहार 2025 का खिताब जीतने वाली ऐश्वर्या राज का सफर प्रेरणादायक है।
- परिवार का समर्थन किसी भी उपलब्धि के लिए महत्वपूर्ण है।
- कड़ी मेहनत और संघर्ष से सपने सच होते हैं।
पटना, 18 जून (राष्ट्र प्रेस)। दिल्ली विश्वविद्यालय की छात्रा ऐश्वर्या राज ने ‘मिसेज बिहार 2025' का खिताब प्राप्त किया है। उन्होंने इस सम्मान को अपने परिवार को समर्पित किया है। डीयू से लेकर मिसेज बिहार तक के अपने सफर और भविष्य की योजनाओं के बारे में उन्होंने समाचार एजेंसी राष्ट्र प्रेस से विशेष बातचीत की।
ऐश्वर्या राज ने कहा, "मैं मिसेज बिहार बनी हूं और मुझे इस पर गर्व है। मेरे परिवार में भी खुशी का माहौल है। यह सभी के लिए गर्व की बात है।"
उन्होंने बताया कि मिसेज बिहार एक ऐसी प्रतियोगिता है जिसमें शादीशुदा महिलाएं भाग लेती हैं। प्रतियोगिता में शामिल होकर उन्हें बहुत कुछ सीखने को मिला है और उनके परिवार ने उन्हें भरपूर समर्थन दिया है, खासकर उनके पति ने। उन्होंने साझा किया कि इस प्रतियोगिता में कई महिलाओं ने ऑडिशन दिया था और कुछ का चयन हुआ। जब उनका नाम टॉप-8 में आया, तो उन्हें विश्वास हुआ कि वे आगे बढ़ सकती हैं। अंत में, उन्हें यह खिताब मिला।
मॉडलिंग के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, "मैंने कभी मॉडलिंग के बारे में गंभीरता से नहीं सोचा था। लेकिन मैं स्पोर्ट्स में बहुत अच्छी थी। मैंने केंद्रीय विद्यालय से 12वीं कक्षा पास की है और दिल्ली विश्वविद्यालय से स्नातक और फाइनेंस में मास्टर की डिग्री हासिल की है।"
साल 2024 में उनके पति विशाल प्रशांत ने बिहार की तरारी सीट पर उपचुनाव जीता और 2025 में ऐश्वर्या ने खुद मिसेज बिहार का खिताब जीता। इस पर ऐश्वर्या ने कहा कि इसे किस्मत कहा जा सकता है, लेकिन इसके पीछे उनकी कड़ी मेहनत भी है।
राजनीति में एंट्री के बारे में उन्होंने स्पष्ट किया कि फिलहाल उनका राजनीति में आने का कोई इरादा नहीं है और वे विधानसभा चुनाव में अपने पति का समर्थन करेंगी।