क्या तेलुगू सिने कर्मचारियों ने वेतन वृद्धि की मांग को लेकर हड़ताल की धमकी दी?

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क्या तेलुगू सिने कर्मचारियों ने वेतन वृद्धि की मांग को लेकर हड़ताल की धमकी दी?

सारांश

तेलुगू फिल्म इंडस्ट्री के कर्मचारी वेतन वृद्धि की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं। फेडरेशन ने हड़ताल की धमकी दी है, जिससे फिल्म शूटिंग ठप हो सकती है। क्या निर्माताओं और कर्मचारियों के बीच संवाद का कोई सकारात्मक परिणाम निकलेगा?

Key Takeaways

  • तेलुगू फिल्म इंडस्ट्री में वेतन वृद्धि की मांग को लेकर हड़ताल की धमकी।
  • सभी 24 यूनियनों के कर्मचारियों ने प्रदर्शन में भाग लिया।
  • निर्माताओं और कर्मचारियों के बीच संवाद की आवश्यकता।
  • फेडरेशन का 30 प्रतिशत वेतन वृद्धि की मांग।
  • कम वेतन वाले कर्मचारियों के लिए समान वेतन वृद्धि की आवश्यकता।

हैदराबाद, 10 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। तेलुगू फिल्म इंडस्ट्री में वेतन वृद्धि की मांग को लेकर सिने कर्मचारियों का विरोध प्रदर्शन और तेज हो गया है। तेलुगू फिल्म इंडस्ट्री कर्मचारी फेडरेशन ने सोमवार से फिल्म शूटिंग पूरी तरह रोकने की धमकी दी है।

रविवार को फेडरेशन के कार्यालय पर बड़ी संख्या में कर्मचारी एकत्र हुए और अपनी मांगों के समर्थन में नारे लगाए। सभी 24 यूनियनों के कर्मचारी इस प्रदर्शन में शामिल हुए।

फेडरेशन के अध्यक्ष अनिल वल्लभनेनी ने कहा कि यदि निर्माताओं के साथ बातचीत से कोई सकारात्मक परिणाम नहीं निकला, तो फिल्म शूटिंग पूरी तरह बंद कर दी जाएगी। पहले से तय शूटिंग शेड्यूल के लिए कुछ दिन का समय दिया जाएगा, लेकिन निर्माताओं को बातचीत के लिए तैयार रहना होगा।

फेडरेशन ने निर्माताओं के क्रमिक वेतन वृद्धि के प्रस्ताव को ठुकरा दिया है, जिसमें केवल 13 यूनियनों के लिए वेतन वृद्धि की बात थी। फेडरेशन ने इसे यूनियनों के बीच फूट डालने की कोशिश बताया।

फेडरेशन ने शुरू में 30 प्रतिशत वेतन वृद्धि की मांग की थी, लेकिन अब वह इस पर पुनर्विचार करने के लिए तैयार है। हालांकि, उन्होंने स्पष्ट किया कि कुछ यूनियनों को वेतन वृद्धि देना और दूसरों को छोड़ना स्वीकार्य नहीं है।

फेडरेशन का कहना है कि 10 हजार दिहाड़ी कर्मचारियों के लिए समान वेतन वृद्धि जरूरी है। निर्माताओं ने 15 सौ रुपए दैनिक वेतन वाले कर्मचारियों के लिए ही वृद्धि का प्रस्ताव दिया, जबकि 25 सौ रुपए वालों को बाहर रखा गया।

निर्माता टी.जी. विश्व प्रसाद ने हड़ताल से 1.5 करोड़ रुपए के नुकसान का दावा करते हुए फेडरेशन के नेताओं को कानूनी नोटिस भेजा है। जवाब में अनिल वल्लभनेनी ने कहा कि वे तेलुगू फिल्म चैंबर ऑफ कॉमर्स के साथ बातचीत कर रहे हैं, न कि व्यक्तिगत निर्माताओं के साथ। उन्होंने कहा कि जब तक मामला कोर्ट में है, वह प्रसाद की फिल्मों की शूटिंग में हिस्सा नहीं लेंगे।

फेडरेशन जल्द ही तेलंगाना के सिनेमैटोग्राफी मंत्री कोमाटिरेड्डी वेंकट रेड्डी से मिलकर अपनी मांगें रखेगा। निर्माता गिल्ड ने कम वेतन वाले कर्मचारियों के लिए पहले साल 15-20 प्रतिशत और अगले दो सालों में 5-5 प्रतिशत वृद्धि का प्रस्ताव दिया है।

इस बीच, मेगास्टार चिरंजीवी ने हड़ताल का समर्थन करने की खबरों का खंडन किया है। उन्होंने सोशल मीडिया पर कहा कि उन्होंने फेडरेशन से किसी की मुलाकात नहीं की और न ही कोई आश्वासन दिया है। उन्होंने कहा कि यह इंडस्ट्री का मुद्दा है और फिल्म चैंबर ही इसका समाधान करेगा। चिरंजीवी ने ऐसी खबरों को भ्रामक और गलत बताया।

Point of View

तो फिल्म इंडस्ट्री पर इसका गहरा प्रभाव पड़ेगा। यह एक महत्वपूर्ण मुद्दा है जिसे प्राथमिकता दी जानी चाहिए।
NationPress
10/08/2025

Frequently Asked Questions

तेलुगू फिल्म इंडस्ट्री के कर्मचारियों ने क्यों हड़ताल की धमकी दी?
कर्मचारी वेतन वृद्धि की मांग कर रहे हैं और यदि उनकी मांगें नहीं मानी गईं, तो उन्होंने हड़ताल करने की धमकी दी है।
फेडरेशन की मुख्य मांगें क्या हैं?
फेडरेशन ने 30 प्रतिशत वेतन वृद्धि की मांग की है और सभी यूनियनों के लिए समान वेतन वृद्धि की जरूरत पर जोर दिया है।
क्या निर्माताओं ने कर्मचारियों की मांगों को स्वीकार किया है?
निर्माताओं ने कुछ यूनियनों के लिए वेतन वृद्धि का प्रस्ताव दिया है, लेकिन फेडरेशन ने इसे अस्वीकार कर दिया है।