क्या आईएफएफआई में 'आखिरी सवाल' के टीजर रिलीज पर अमित साध ने कहा, 'यह मेरे लिए प्रेरक अनुभव'?
सारांश
Key Takeaways
- टीजर का लॉन्च आईएफएफआई में हुआ।
- फिल्म का विषय इतिहास और विचारधारा है।
- अमित साध ने इसे प्रेरक अनुभव बताया।
- महात्मा गांधी और डॉ. हेडगेवार के बीच संवाद शामिल है।
- फिल्म में प्रमुख कलाकारों की सूची में संजय दत्त भी हैं।
मुंबई, 1 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। भारतीय सिनेमा में इस समय इतिहास और विचारधारा पर आधारित कहानियों की ओर रुझान तेजी से बढ़ रहा है। ऐसे ही विषयों पर आधारित नई फीचर फिल्म 'आखिरी सवाल' ने अपनी विशेष पहचान बनाई है, जिसका टीजर हाल ही में 56वें इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल ऑफ इंडिया (आईएफएफआई) के समापन समारोह में जारी किया गया।
गोवा में आयोजित आईएफएफआई कार्यक्रम भारतीय सिनेमा के लिए एक महत्वपूर्ण मंच है। यह नई और गंभीर विषयों पर आधारित फिल्मों को प्रस्तुत करने का एक बड़ा अवसर प्रदान करता है। इसी मंच पर निखिल नंदा मोशन पिक्चर्स एलएलपी ने 'आखिरी सवाल' का टीजर दर्शकों के समक्ष पेश किया, जो अब चर्चा का केंद्र बन चुका है।
टीजर लॉन्च पर फिल्म में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे अभिनेता अमित साध ने कहा, 'यह मेरे लिए एक विशेष अवसर रहा। आईएफएफआई के मंच पर खड़े होकर फिल्म को दुनिया के सामने प्रस्तुत करना एक प्रेरक अनुभव था। हर फिल्म विश्वास और समर्पण के साथ शुरू होती है, और यह क्षण मेरी टीम के लिए एक नई शुरुआत जैसा था।'
अमित साध ने आगे कहा, 'वहां मिले प्रोत्साहन ने हमारी टीम का मनोबल और मजबूत किया है, और हम दिसंबर में फिल्म की शूटिंग को पूरे उत्साह और समर्पण के साथ पूरा करने के लिए उत्सुक हैं।'
टीजर लॉन्च के समय कई प्रमुख हस्तियां और फिल्म उद्योग की दिग्गज शख्सियतें उपस्थित थीं। यह फिल्म न केवल मनोरंजन, बल्कि इतिहास और विचारधारा से जुड़े मुद्दों पर भी गहराई से विचार करेगी।
टीजर में यह दर्शाया गया है कि फिल्म सच्ची घटनाओं से प्रेरित है और भारत की स्वतंत्रता से पहले के संघर्षों और विचारधारात्मक मतभेदों को नाटकीय रूप में पेश करेगी।
टीजर के एक दृश्य में महात्मा गांधी और डॉ. केशव बलिराम हेडगेवार की मुलाकात को दर्शाया गया है। हेडगेवार, जो राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के संस्थापक थे, और गांधीजी के बीच विचारधारा, उद्देश्य और उस समय के राजनीतिक माहौल के बारे में संवाद किया गया है।
इस दृश्य में यह मुद्दा प्रमुखता से आता है कि आखिर क्यों आरएसएस ने उस समय भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का साथ नहीं दिया। दोनों के बीच की बातचीत में उनके मिशन, सोच और भारत के प्रति दृष्टिकोण का अंतर स्पष्ट रूप से दिखाया गया है।
फिल्म के निर्माता निखिल नंदा ने टीजर लॉन्च को टीम के लिए एक बड़ी उपलब्धि बताया। उनका कहना है कि आईएफएफआई जैसे प्रतिष्ठित मंच पर फिल्म को पहली बार साझा करना सम्मान की बात है। उन्होंने इस मौके को फिल्म की यात्रा की शुरुआत का महत्वपूर्ण पड़ाव बताया और कहा कि उनकी कोशिश है कि इस कहानी को दर्शकों तक पूरी ईमानदारी और संवेदनशीलता के साथ पहुंचाया जा सके।
फिल्म का निर्देशन अभिजीत मोहन वारंग कर रहे हैं। फिल्म में संजय दत्त, अमित साध, नमाशी चक्रवर्ती, और त्रिधा चौधरी जैसे कलाकार शामिल हैं।