क्या जैकी श्रॉफ ने हेतल दवे की बायोपिक 'सूमो दीदी' को समर्थन दिया?

सारांश
Key Takeaways
- जैकी श्रॉफ का समर्थन एक महत्वपूर्ण कदम है।
- सूमो दीदी हेतल दवे की कहानी को उजागर करती है।
- यह फिल्म भारतीय खेलों में महिलाओं की भागीदारी को प्रोत्साहित करती है।
- फिल्म ने पाम स्प्रिंग्स फिल्म फेस्टिवल में सराहना प्राप्त की है।
- बायोपिक में प्रमुख कलाकारों की कास्टिंग ने इसे और भी आकर्षक बना दिया है।
मुंबई, 22 जून (राष्ट्र प्रेस)। अभिनेता जैकी श्रॉफ ने भारत की पहली महिला 'सूमो दीदी' हेतल दवे को अपना समर्थन दिया है। उन्होंने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट के जरिए बताया कि हेतल दवे को दुनिया की 5वीं सबसे बड़ी महिला पहलवान का दर्जा प्राप्त है।
जैकी श्रॉफ ने 'एक्स' पर एक नोट साझा किया, जिसमें उन्होंने सभी से 'सूमो दीदी' का समर्थन करने का अनुरोध किया। उनकी पोस्ट में लिखा था, "क्या आप जानते हैं कि हमारे देश में एक सूमो पहलवान हैं? वह दुनिया की सबसे प्रमुख महिला सूमो पहलवानों में से एक हैं और विश्व में 5वें स्थान पर हैं, लेकिन भारत में उनकी पहचान कम है। उनके जीवन पर एक बायोपिक बनी है। इसका समर्थन करें ताकि दुनिया उन्हें सही से जान सके, "है सारे जहां पे भारी, मेरे भारत की बेटी।"
जयंत रोहतगी के निर्देशन में बनी "सूमो दीदी" उनकी पहली फिल्म है। फिल्म में अभिनेत्री श्रीयम भगनानी ने हेतल दवे की भूमिका निभाई है। इस बायोग्राफिकल ड्रामा में चैतन्य शर्मा, अनुभा फतेहपुरा, नितेश पांडे और राघव धीर जैसे कलाकार महत्वपूर्ण भूमिकाओं में हैं।
यह फिल्म पाम स्प्रिंग्स इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर चुकी है और अब यह 'बेस्ट ऑफ फेस्ट' सूची में शामिल होने वाली विश्व की शीर्ष-30 फिल्मों में से एक है।
जियो स्टूडियोज द्वारा प्रस्तुत, 'सूमो दीदी' का निर्माण ज्योति देशपांडे, राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता प्रोडक्शन हाउस फ्रेशलाइम फिल्म्स और एमए एंड टीएच एंटरटेनमेंट द्वारा किया गया है। इसका निर्देशन जयंत रोहतगी ने किया है और इसे निखिल सचान ने लिखा है।
यह फिल्म भारतीय एथलीट की एक अनूठी कहानी और विश्व स्तरीय निर्माण की एक मिसाल पेश करती है। 'सूमो दीदी' ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि अच्छी तरह से तैयार की गई फिल्म अलग दिखने और अपने दर्शकों को ढूंढने की क्षमता रखती है।