क्या जैरेड लेटो हॉलीवुड के असाधारण कलाकार हैं?
सारांश
Key Takeaways
- जैरेड लेटो का जन्म २६ दिसंबर १९७१ को हुआ।
- उन्होंने 'डलास बायर्स क्लब' में ट्रांसजेंडर महिला का किरदार निभाया।
- लेटो को सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेता का ऑस्कर पुरस्कार मिला।
- वे रॉक बैंड 'थर्टी सेकंड्स टू मार्स' के लीड सिंगर हैं।
- जैरेड ने अपने किरदारों के लिए वजन बढ़ाया और घटाया।
नई दिल्ली, २५ दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। हॉलीवुड के बहुआयामी कलाकार जैरेड लेटो का नाम विशेष रूप से लिया जाता है। एक अभिनेता, गायक और प्रोड्यूसर के रूप में उन्होंने अपनी अलग पहचान बनाई है, जो उन्हें समकालीन अंतरराष्ट्रीय कलाकारों से अलग खड़ा करती है। उनका जन्म २६ दिसंबर १९७१ को अमेरिका के लुइसियाना में हुआ था। कठिन पारिवारिक परिस्थितियों में पले-बढ़े जैरेड लेटो ने अपनी मेहनत और प्रतिभा के बल पर मनोरंजन जगत में ऊंचा मुकाम हासिल किया।
जैरेड लेटो ने टेलीविजन से अपने अभिनय करियर की शुरुआत की। १९९० के दशक में टीवी सीरीज 'माय सो-कॉल्ड लाइफ' से उन्हें युवा दर्शकों के बीच पहचान मिली। इसके बाद उन्होंने फिल्मों की ओर कदम बढ़ाया और 'फाइट क्लब' (१९९९) जैसी चर्चित फिल्म में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। हालांकि उनके प्रारंभिक दौर में सहायक भूमिकाएं मिलीं, लेकिन इन भूमिकाओं ने उनकी अभिनय क्षमता को गंभीर कलाकार के रूप में स्थापित किया।
उनके करियर का सबसे महत्वपूर्ण मोड़ २०१३ में आई फिल्म 'डलास बायर्स क्लब' से आया। इस फिल्म में उन्होंने एक ट्रांसजेंडर महिला रेयॉन का किरदार निभाया। इस भूमिका के लिए उन्होंने न केवल शारीरिक रूप से खुद को पूरी तरह बदला, बल्कि किरदार की भावनात्मक गहराई को भी बारीकी से पर्दे पर उतारा। इस प्रभावशाली अभिनय के लिए उन्हें सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेता का ऑस्कर पुरस्कार मिला। आलोचकों ने इसे उनके करियर का ऐतिहासिक प्रदर्शन माना।
अभिनय के साथ-साथ जैरेड लेटो संगीत की दुनिया में भी सक्रिय हैं। वे प्रसिद्ध रॉक बैंड 'थर्टी सेकंड्स टू मार्स' के लीड सिंगर और संस्थापक हैं। यह बैंड वैकल्पिक रॉक और एरिना रॉक शैली के लिए प्रसिद्ध है। उनके एल्बम 'अ ब्यूटीफुल लाई' और 'दिस इज वॉर' ने वैश्विक स्तर पर लोकप्रियता हासिल की। संगीत के माध्यम से लेटो ने युवा पीढ़ी के बीच एक अलग सांस्कृतिक पहचान बनाई। जैरेड का विवादों से भी गहरा नाता रहा है। २०२५ में कई महिलाओं ने यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए, हालांकि उन्होंने इसे बेबुनियाद बताया।
अमेरिकी फिल्म समीक्षक और लेखक टिमोथी शैरी की पुस्तक “अमेरिकन इंडिपेंडेंट सिनेमा: एन इंट्रोडक्शन” में 'डलास बायर्स क्लब' में जैरेड लेटो के अभिनय की बारीकियों का उल्लेख किया गया है। इस किताब में यह बताया गया है कि कैसे लेटो जैसे अभिनेता स्वतंत्र सिनेमा और मुख्यधारा हॉलीवुड के बीच की खाई को पाटते हैं और जोखिम भरे किरदारों को स्वीकार करते हैं।
इंडस्ट्री जानती है कि लेटो अपनी भूमिका में कितना डूब कर काम करते हैं। उन्होंने 'चैप्टर २७' (२००७) में मार्क डेविड चैपमैन का किरदार निभाने के लिए ६२ पाउंड वजन बढ़ाया। इसके बाद वापस शेप में आने के लिए नींबू का रस, मेपल सिरप, केयेन काली मिर्च और पानी के साथ केवल लिक्विड डाइट का पालन किया। उन्होंने १० दिनों में २० पाउंड वजन कम किया।
इससे पहले फिल्म 'रेक्विम फॉर ए ड्रीम' (२०००) में ड्रग एडिक्ट का रोल निभाते समय, जैरेड ने २८ पाउंड वजन कम किया, खुद को भूखा रखा। लेटो मानते हैं कि हैरी गोल्डफार्ब का किरदार निभाना "मेरे लिए सबसे मुश्किल था।"
बाद के वर्षों में जैरेड लेटो ने 'सुसाइड स्क्वाड' में 'जोकर' और 'ब्लेड रनर २०४९' में नियांडर वॉलेस जैसे जटिल और विवादित किरदार निभाए। उनके अभिनय को लेकर राय भले ही विभाजित रही हो, लेकिन यह स्पष्ट है कि वे सुरक्षित भूमिकाओं से हमेशा दूर रहते हैं।