क्या 20 साल से साथ रहे फैंस को समर्पित करता हूं राष्ट्रीय पुरस्कार : जीवी प्रकाश?

सारांश
Key Takeaways
- जीवी प्रकाश कुमार ने 'वाथी' के लिए दूसरा राष्ट्रीय पुरस्कार जीता।
- उन्होंने अपने फैंस को 20 साल के समर्थन के लिए समर्पित किया।
- उनका पहला पुरस्कार 'सोरारई पोटरु' के लिए था।
- उन्होंने बैकग्राउंड स्कोर और गाने के म्यूजिक पर अपने विचार साझा किए।
- भविष्य में और पुरस्कार जीतने की उम्मीद व्यक्त की।
चेन्नई, २४ सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। अभिनेता, निर्माता, गायक और संगीत निर्देशक जीवी प्रकाश कुमार को फिल्म 'वाथी' के लिए दूसरा सर्वश्रेष्ठ संगीत निर्देशक का राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त हुआ है।
मंगलवार को नई दिल्ली के विज्ञान भवन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने उन्हें इस प्रतिष्ठित पुरस्कार से सम्मानित किया। पुरस्कार प्राप्त करने के बाद जीवी प्रकाश ने राष्ट्र प्रेस से बातचीत की और अपने पुरस्कार को उन सभी फैंस को समर्पित किया जो पिछले 20 वर्षों से उनके साथ खड़े रहे हैं।
उन्होंने कहा, "मैं बहुत खुश हूं कि मुझे राष्ट्रीय पुरस्कार मिला है। यह मेरा दूसरा पुरस्कार है और मैं इसके लिए बहुत आभारी हूं। मैं इसे अपने सभी प्रशंसकों को समर्पित करना चाहता हूं, जो मेरे 20 साल के करियर और 110 फिल्मों में मेरे साथ हैं।"
पहला राष्ट्रीय पुरस्कार उन्हें ब्लॉकबस्टर फिल्म 'सोरारई पोटरु' में बैकग्राउंड स्कोर के लिए मिला था। इस फिल्म में अभिनेता सूर्या मुख्य भूमिका में थे, जबकि इस बार उन्हें यह पुरस्कार अभिनेता धनुष की फिल्म के लिए मिला है।
जब जीवी प्रकाश से पूछा गया कि बैकग्राउंड म्यूजिक बनाना या गानों के लिए म्यूजिक तैयार करना, कौन सा कठिन है, तो उन्होंने कहा, "दोनों बिल्कुल अलग हैं। बैकग्राउंड स्कोर में तीन घंटे या ढाई घंटे का म्यूजिक देना शामिल है, जबकि गाने लगभग आधा घंटा के होते हैं। लगभग दो घंटे की फिल्म के लिए म्यूजिक तैयार करना बहुत मुश्किल है, लेकिन दोनों के अपने-अपने चुनौतियां हैं।"
उन्होंने कई फिल्मों में शानदार अभिनय भी किया है। जब उनसे पूछा गया कि क्या वह दूसरे क्षेत्रों में भी राष्ट्रीय पुरस्कार जीतने की उम्मीद कर रहे हैं, तो उन्होंने कहा, "हां, मुझे उम्मीद है कि मैं एक अभिनेता के रूप में भी किसी फिल्म के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार जीत सकूंगा। मैं एक निर्माता और गायक भी हूं। देखते हैं यूनिवर्स मेरे लिए क्या लेकर आती है।"