क्या एआई ने फिल्म बनाने की प्रक्रिया को लोकतांत्रिक बना दिया है? : कुणाल रॉय कपूर
सारांश
Key Takeaways
- एआई ने फिल्म निर्माण को अधिक लोकतांत्रिक बनाया है।
- छोटे निर्माता अपनी कहानियों को प्रस्तुत कर सकते हैं।
- टेक्नोलॉजी ने कंटेंट निर्माण की प्रक्रिया को सरल किया है।
- कोई भी व्यक्ति अपने विचारों को ऑनलाइन साझा कर सकता है।
- नए फिल्म निर्माताओं की संख्या में वृद्धि हुई है।
मुंबई, ११ नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। वर्तमान डिजिटल युग में मनोरंजन का तरीका तेजी से बदल रहा है। अब फिल्मों और वेब शो के दर्शक केवल बड़े स्टूडियो या फिल्म प्रोडक्शन हाउस पर निर्भर नहीं हैं। टेक्नोलॉजी ने इस क्षेत्र को पूरी तरह से बदलकर रख दिया है। मोबाइल फोन, कैमरे और ऑनलाइन प्लेटफॉर्म ने इसे इतना सरल बना दिया है कि अब कोई भी व्यक्ति अपनी कहानियों और विचारों को दुनिया के सामने प्रस्तुत कर सकता है।
इस बदलाव पर अभिनेता और वेब शो 'थोड़े दूर थोड़े पास' के चर्चित कुणाल रॉय कपूर ने अपने विचार साझा किए।
कुणाल रॉय कपूर ने कहा, "लोग अक्सर मानते हैं कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) फिल्म बनाने वाले पेशे पर नकारात्मक प्रभाव डालेगा, लेकिन मेरी राय इसके विपरीत है।"
उन्होंने कहा, "एआई और नई टेक्नोलॉजी ने वास्तव में फिल्म और सामग्री बनाने वालों के लिए नए द्वार खोले हैं। पहले केवल कुछ बड़े नाम और स्थापित फिल्म निर्माता ही अपने प्रोजेक्ट्स को दर्शकों तक पहुंचाते थे, लेकिन अब टेक्नोलॉजी ने इस प्रक्रिया को सभी के लिए आसान बना दिया है।"
उन्होंने कहा, "मोबाइल फोन, कैमरा और ऑनलाइन प्लेटफॉर्म ने पूरी फिल्म बनाने की प्रक्रिया को लोकतांत्रिक बना दिया है। अब छोटे शहरों के निर्माता भी अपनी कहानियों को प्रस्तुत कर सकते हैं, जो पहले संभव नहीं था। पहले जिन लोगों को कंटेंट को मंजूरी देने का अधिकार था या जो बड़े निर्माता और स्टूडियो थे, उनके बीच का अंतर अब बहुत कम हो गया है।"
कुणाल ने बताया कि अब कोई भी यूट्यूब, इंस्टाग्राम या किसी अन्य डिजिटल प्लेटफॉर्म पर सीधे अपने कंटेंट को दर्शकों तक पहुंचा सकता है और प्रसिद्धि पा सकता है। इसके लिए किसी मध्यस्थ या बड़े प्रोडक्शन हाउस की आवश्यकता नहीं है।
अभिनेता ने कहा कि कुछ लोग सोचते हैं कि एआई और टेक्नोलॉजी ने फिल्म निर्माताओं की क्रिएटिविटी पर असर डाला है, लेकिन यह सही नहीं है। अब दुनिया में लाखों नए फिल्म निर्माता हैं, जो अपने अंदाज और शैली में कहानियां प्रस्तुत कर रहे हैं।
'थोड़े दूर थोड़े पास' अब जी5 प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध है।