क्या पेड हाइप और नेगेटिव कैंपेन फिल्म इंडस्ट्री के लिए गंभीर खतरा हैं? : यामी गौतम
सारांश
Key Takeaways
- यामी गौतम ने पेड प्रमोशन की कड़ी निंदा की।
- फिल्म इंडस्ट्री में नेगेटिव कैंपेन का प्रभाव बढ़ रहा है।
- साउथ इंडस्ट्री की एकजुटता का उदाहरण दिया गया।
- ऋतिक रोशन ने भी इस मुद्दे पर अपनी राय रखी।
- इंडस्ट्री का भविष्य सुरक्षित रखने का आह्वान किया गया।
मुंबई, 4 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। अभिनेत्री यामी गौतम उन सितारों में शामिल हैं, जो सामाजिक मुद्दों पर खुलकर अपनी राय व्यक्त करती हैं। हाल ही में, उन्होंने फिल्म इंडस्ट्री में चल रहे पेड प्रमोशन और नेगेटिव कैंपेन की चिंताजनक स्थिति पर अपनी बातें साझा की।
यामी गौतम ने इस विषय पर अपनी बात रखने के लिए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स का उपयोग किया और इसे जबरदस्ती वसूली का नाम दिया। उन्होंने पूरे बॉलीवुड से एकजुट होकर इस प्रथा को समाप्त करने की अपील की।
यामी ने बताया कि फिल्म की मार्केटिंग के नाम पर कुछ लोग पैसे लेकर हाइप बनाते हैं, और यदि पैसे नहीं दिए जाएं तो रिलीज से पहले ही नकारात्मक बातें लिखना शुरू कर देते हैं। उन्होंने लिखा, "मैं काफी समय से कुछ कहना चाहती थी और मुझे लगता है आज का दिन सही है। फिल्म की मार्केटिंग के नाम पर पैसे देना एक बुरा ट्रेंड बन चुका है। यह एक प्रकार की जबरदस्ती वसूली जैसी स्थिति बन गई है। यह हमारी इंडस्ट्री के भविष्य पर गंभीर प्रभाव डाल सकती है।"
यामी ने आगे कहा, "जो लोग सोचते हैं कि इससे कोई नुकसान नहीं होगा, वे पूरी तरह गलत हैं। यह ट्रेंड का राक्षस अंततः सबको प्रभावित करेगा।"
उन्होंने चेतावनी दी कि यदि पिछले 5 वर्षों में सफलता की असलियत सामने आई तो कई बड़े नामों की पोल खुल जाएगी। उन्होंने साउथ फिल्म इंडस्ट्री का उदाहरण दिया, जहाँ कोई भी इस तरह की हिम्मत नहीं कर सकता क्योंकि पूरी इंडस्ट्री एकजुट रहती है।
उन्होंने फिल्म प्रोड्यूसर्स, डायरेक्टर्स और एक्टर्स से अनुरोध किया कि इस कल्चर के दीमक को रोकें, वरना भारतीय सिनेमा का माहौल पूरी तरह से खराब हो जाएगा। उन्होंने खुद को एक ईमानदार इंसान की पत्नी और इंडस्ट्री की चिंतित सदस्य बताया।
उन्होंने लिखा, "यह एक ईमानदार इंसान की पत्नी के रूप में कह रही हूं, जिसने अपनी टीम के साथ मिलकर मेहनत, विजन और हिम्मत से आने वाली फिल्म (धुरंधर) को कुछ ऐसा बनाया है, जिस पर मुझे विश्वास है कि पूरे भारत को गर्व होगा। मैं चाहती हूं कि भारतीय सिनेमा अपने बेहतरीन पोटेंशियल के साथ फलता-फूलता रहे।"
यामी का समर्थन अभिनेता ऋतिक रोशन ने किया। उन्होंने उनकी पोस्ट पर टिप्पणी करते हुए लिखा, "सच्ची आवाज़ जो इस सबमें खो जाती है, वह है पत्रकारों की। उन्हें मौका ही नहीं मिलता कि वे दिल से बताएं कि फिल्म देखकर उन्हें क्या अच्छा या बुरा लगा। सच्ची राय ही असली फीडबैक है, जो हमें बेहतर बनने में मदद करती है। जब पैसे के दबाव में उनकी कलम बंध जाती है, तो उनकी बोलने की आज़ादी छिन जाती है और हमारे सुधरने का रास्ता भी बंद हो जाता है।"