किस विटामिन की कमी से मतली और भूख न लगने की समस्या होती है?
सारांश
Key Takeaways
- विटामिन बी12 की कमी से मतली और भूख न लगने की समस्या हो सकती है।
- संतुलित आहार का सेवन करें, जिसमें दूध, दही, पनीर, मछली और मांस शामिल हों।
- शाकाहारी लोगों को दूध और दूध से बने उत्पादों का सेवन करना चाहिए।
- डॉक्टर की सलाह पर सप्लीमेंट लेने से समस्या में राहत मिल सकती है।
- लंबे समय तक विटामिन बी12 की कमी गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं उत्पन्न कर सकती है।
नई दिल्ली, 18 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। आजकल की तेज रफ्तार जिंदगी में थकान, कमजोरी और मतली की समस्याएं बहुत आम हो गई हैं। बहुत से लोग इसे गैस, एसिडिटी या गलत खानपान समझकर नजरअंदाज कर देते हैं, लेकिन कभी-कभी इसका कारण शरीर में किसी महत्वपूर्ण विटामिन की कमी भी हो सकता है। खासकर विटामिन बी12 की कमी से मतली, उल्टी और पेट से जुड़ी समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं।
विज्ञान के अनुसार, यह विटामिन शरीर के कई महत्वपूर्ण कार्यों से जुड़ा होता है और इसकी कमी धीरे-धीरे गंभीर समस्याओं का रूप ले सकती है।
विटामिन बी12 हमारे लिए एक आवश्यक पोषक तत्व है। यह हमारे नर्वस सिस्टम, दिमाग, खून की कोशिकाओं और पाचन तंत्र के सही तरीके से कार्य करने में मदद करता है। जब शरीर में इसकी मात्रा घटने लगती है, तो सबसे पहले इसका प्रभाव पेट और दिमाग के तालमेल पर पड़ता है। इसी कारण मतली, उल्टी, भूख न लगना और कभी-कभी दस्त जैसी समस्याएं उत्पन्न होती हैं।
विज्ञान के अनुसार, विटामिन बी12 की कमी से शरीर में रेड ब्लड सेल्स सही तरीके से नहीं बन पातीं। इसके परिणामस्वरूप खून में ऑक्सीजन की कमी होने लगती है। जब दिमाग और पेट को पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं मिलती, तो शरीर भ्रमित संकेत देने लगता है। इसके परिणामस्वरूप मतली, चक्कर और कमजोरी की समस्या उत्पन्न होती है। इसके अलावा, बी12 की कमी से नर्व्स कमजोर हो जाती हैं, जिससे दिमाग और पेट के बीच संदेश सही तरीके से नहीं पहुंच पाते। यही वजह है कि व्यक्ति को बिना किसी कारण के जी मिचलाने लगता है।
एक और कारण यह भी है कि विटामिन बी12 की कमी से पाचन एंजाइम्स का संतुलन बिगड़ जाता है। इससे खाना सही तरीके से पच नहीं पाता और पेट भारी हो जाता है। कई लोगों को सुबह-सुबह ज्यादा मतली का अनुभव होता है, जबकि कुछ को दिनभर बेचैनी बनी रहती है। लंबे समय तक कमी बने रहने से वजन कम होना, पेट में जलन, मुंह के छाले और याददाश्त कमजोर होने जैसी समस्याएं भी हो सकती हैं।
विटामिन बी12 की कमी को पूरा करने के लिए सबसे जरूरी उपाय है संतुलित आहार। इसका मुख्य स्रोत दूध, दही, पनीर, अंडा, मछली और मांस होते हैं। जो लोग शाकाहारी हैं, उन्हें दूध और दूध से बने उत्पादों को अपने आहार में अवश्य शामिल करना चाहिए। इससे शरीर को धीरे-धीरे आवश्यक मात्रा प्राप्त होने लगती है।
डॉक्टर की सलाह पर सप्लीमेंट लेना भी एक अच्छा उपाय है। कई बार केवल खानपान से बी12 की कमी पूरी नहीं हो पाती, खासकर बुजुर्गों, गर्भवती महिलाओं या पेट की समस्याओं वाले लोगों में। ऐसे मामलों में डॉक्टर टैबलेट, सिरप या इंजेक्शन के जरिए विटामिन बी12 की सलाह देते हैं। सही मात्रा में लिया गया सप्लीमेंट मतली और कमजोरी दोनों में राहत प्रदान कर सकता है।