क्या 'इंस्पेक्टर जेंडे' स्टार मनोज बाजपेयी को आम आदमी के किरदारों से लगाव है?

सारांश
Key Takeaways
- मनोज बाजपेयी को आम आदमी के किरदार निभाने में बहुत मजा आता है।
- फिल्म 'इंस्पेक्टर जेंडे' सच्ची घटनाओं पर आधारित है।
- फिल्म में मुख्य किरदार निभा रहे हैं जिम सर्भ और मनोज बाजपेयी।
- फिल्म का निर्देशन चिन्मय डी. मंडलेकर ने किया है।
- मनोज का अभिनय अनुभव उनके किरदारों के प्रति गहरे लगाव को दर्शाता है।
मुंबई, 3 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। अभिनेता मनोज बाजपेयी की फिल्म 'इंस्पेक्टर जेंडे' 5 सितंबर को नेटफ्लिक्स पर स्ट्रीम होने के लिए तैयार है। इस फिल्म का निर्माण ओम राउत ने किया है। फिल्म के रिलीज से पहले, मनोज बाजपेयी ने राष्ट्र प्रेस के साथ एक विशेष बातचीत की।
मनोज ने साझा किया कि क्यों उन्हें आम आदमी के किरदार निभाना इतना प्रिय है।
राष्ट्र प्रेस के साथ हुई बातचीत में, मनोज बाजपेयी ने असली जीवन के मध्यमवर्गीय किरदारों को अपनाने के बारे में अपने विचार साझा किए। उन्होंने कहा, “मुझे ऐसे किरदार निभाने में बहुत आनंद आता है। उनके साथ मुझे एक कनेक्शन महसूस होता है। मुझे ऐसा लगता है कि मैंने उन्हें पहले कहीं देखा है, कभी मुंबई लोकल में सफर करते हुए, किसी डॉक्यूमेंट्री में या फिर कहीं और। जब हम थिएटर कर रहे थे, तो हमें आम लोगों को ध्यान से देखने के लिए सिखाया जाता था।”
मनोज ने आगे कहा, “एक बार मैंने डायरेक्टर से कहा था कि अगर हम ऐसा करेंगे तो लोग पूछ सकते हैं कि आप हमें क्यों देख रहे हैं। तब डायरेक्टर ने मुझे बताया कि एक एक्टर को लोगों को इस तरह अवलोकन करना चाहिए कि उन्हें पता ही न चले। इसे अपने जीवन का हिस्सा बना लेना चाहिए। हम एक्टर ऐसा ही करते हैं। हम अपनी और दूसरों की जिंदगी को ध्यान से देखते रहते हैं। इसलिए जब भी कोई ऐसा किरदार मुझे मिलता है तो मुझे ऐसा लगता है कि इसे कहीं देखा हुआ है। मैं उससे जुड़ पाता हूं और उन्हें कैमरे के सामने निभाने में मुझे बहुत मजा आता है।”
फिल्म की बात करें तो 'इंस्पेक्टर जेंडे' सच्ची घटनाओं से प्रेरित है। इस फिल्म में मनोज बाजपेयी और जिम सर्भ ने मुख्य भूमिका निभाई है। यह फिल्म कुख्यात सीरियल किलर चार्ल्स शोभराज पर आधारित है। फिल्म में मनोज बाजपेयी इंस्पेक्टर मधुकर जेंडे का किरदार निभाते नजर आएंगे।
एक्टर जिम सर्भ एक चालाक अपराधी कार्ल भोजराज का किरदार निभा रहे हैं, जिसे ‘स्विमसूट किलर’ के नाम से जाना जाता है। फिल्म में किरदारों के नाम बदले गए हैं। चिन्मय डी. मंडलेकर ने इसे लिखा और निर्देशित किया है।