क्या नेहा भसीन ने ऑल-गर्ल्स बैंड से अपनी अद्वितीय पहचान बनाई?
सारांश
Key Takeaways
- नेहा भसीन का बचपन से संगीत के प्रति जुनून।
- भारत के पहले ऑल-गर्ल्स बैंड विवा में शामिल होना।
- बॉलीवुड में पहचान बनाने में सफल होना।
- कई भाषाओं में गाने की क्षमता।
- उनके करियर में कई पुरस्कार और उपलब्धियाँ।
मुंबई, 17 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। भारतीय संगीत की दुनिया में कई ऐसी गायिकाएँ हैं, जिन्होंने अपने विशेष स्वर से अद्वितीय पहचान बनाई है। इनमें से एक हैं नेहा भसीन। उनके संगीत के प्रति जुनून ने उन्हें बचपन से ही एक खास पहचान दिलाई।
लोगों का मानना था कि वह एक दिन इस देश की सबसे बेहतरीन गायिकाओं में शामिल होंगी। आज उनके कई हिट गाने जैसे 'जग घूमेया' और 'कुछ खास' उन्हें पहचान दिलाते हैं। लेकिन उनके करियर की शुरुआत उस समय हुई जब उन्होंने भारत के पहले ऑल-गर्ल्स बैंड विवा में कदम रखा था, जिसने उनकी पहचान को एक नई दिशा दी।
नेहा भसीन का जन्म 18 नवंबर 1982 को दिल्ली में हुआ। महज नौ साल की उम्र में उन्होंने मारिया कैरी का गाना 'हीरो' गाकर एक प्रतियोगिता जीती, जिसने उनके संगीत के प्रति लगाव को और बढ़ावा दिया। कॉलेज के दौरान उन्होंने चैनल वी के शो 'कोक वी पॉपस्टार्स' में भाग लिया और 18 साल की उम्र में यह शो जीतकर भारत का पहला ऑल-गर्ल्स पॉप बैंड 'विवा' बनाया।
यह बैंड उस समय युवाओं के बीच बेहद लोकप्रिय हो गया, लेकिन कुछ वर्षों बाद टूट गया। हालांकि, नेहा की इस समय की लोकप्रियता ने उनके करियर के लिए एक मजबूत आधार तैयार किया। बैंड के टूटने के बाद उन्होंने फिल्म 'फैशन' में 'कुछ खास है' गाने से बॉलीवुड में कदम रखा और तुरंत पहचान बनाईं।
इसके बाद, उन्होंने 'धुनकी', 'जग घूमेया', 'स्वैग से स्वागत', और 'हीरिए' जैसे कई गानों से अपनी उपस्थिति को मजबूत किया। उनकी विशेषता यह है कि वे हिंदी, पंजाबी, तमिल और तेलुगु जैसी कई भाषाओं में गाती हैं। उनके करियर में कई पुरस्कार शामिल हैं, जिनमें दो फिल्मफेयर अवार्ड्स भी शामिल हैं।