क्या राहत फतेह अली खान की आवाज से सुगम संगीत की दुनिया में नया मुकाम मिला?

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क्या राहत फतेह अली खान की आवाज से सुगम संगीत की दुनिया में नया मुकाम मिला?

सारांश

राहत फतेह अली खान की आवाज़ में जादू है, जो हर किसी का दिल छू लेता है। उनकी सूफी कव्वाली से लेकर फिल्मी गीतों तक की यात्रा अद्वितीय है। जानें कैसे उन्होंने संगीत की दुनिया में अपनी एक अलग पहचान बनाई है।

Key Takeaways

  • राहत फतेह अली खान की आवाज़ का जादू सभी को आकर्षित करता है।
  • उनकी यात्रा सूफी से बॉलीवुड तक अद्वितीय है।
  • राहत ने कई पुरस्कार जीते हैं और ऑक्सफोर्ड से डॉक्टरेट प्राप्त की है।

मुंबई, 8 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। राहत फतेह अली खान की आवाज में एक अद्भुत जादू है, जो हर सुनने वाले के दिल को छू जाती है। उनकी संगीत यात्रा सिर्फ पारंपरिक सूफी कव्वाली तक सीमित नहीं रही, बल्कि उन्होंने बॉलीवुड, पॉप और फिल्मी साउंडट्रैक के माध्यम से भी लोगों को मंत्रमुग्ध किया है। राहत के गानों में हर आयु और हर देश के लोग खो जाते हैं।

उनकी आवाज में क्लासिकल संगीत की गहराई और पॉप की मिठास दोनों का अद्भुत मेल है, जो उन्हें अन्य गायकों से अलग बनाता है।

राहत फतेह अली खान का जन्म 9 दिसंबर 1974 को पाकिस्तान के फैसलाबाद में हुआ। उनका परिवार कव्वाली और सूफी संगीत के लिए प्रसिद्ध है। उनके पिता फर्रुख फतेह अली खान और दादा फतेह अली खान भी प्रसिद्ध कव्वाल थे, लेकिन सबसे ज्यादा नाम उनके चाचा नुसरत फतेह अली खान ने कमाया।

बचपन से ही राहत का संगीत के प्रति विशेष झुकाव था। महज तीन साल की उम्र में, उन्होंने अपने पिता और चाचा के साथ मंच पर प्रदर्शन करना शुरू कर दिया। सात साल की उम्र में, उन्होंने अपने चाचा नुसरत फतेह अली खान से नियमित संगीत की ट्रेनिंग लेनी शुरू की।

नौ साल की उम्र में, राहत ने अपने दादा की पुण्यतिथि पर पहली बार सार्वजनिक रूप से गाया। पंद्रह साल की उम्र तक, वह अपने चाचा के प्रसिद्ध कव्वाली समूह का हिस्सा बन गए। 1995 में उन्होंने अपने चाचा और पिता के साथ हॉलीवुड फिल्म 'डेड मैन वॉकिंग' के साउंडट्रैक में काम किया। यह उनकी अंतर्राष्ट्रीय संगीत यात्रा की शुरुआत थी। राहत का संगीत केवल पारंपरिक कव्वाली तक सीमित नहीं रहा, बल्कि उन्होंने धीरे-धीरे बॉलीवुड की दुनिया में भी अपनी पहचान बनाई।

राहत फतेह अली खान ने 2003 में फिल्म 'पाप' से बॉलीवुड में डेब्यू किया। इस फिल्म में उन्होंने 'लागी तुझसे मन की लगन' गाया, जो हिट हुआ। इसके बाद उन्होंने कई फिल्मों में अपनी आवाज दी, जिनमें 'तेरे मस्त मस्त दो नैन', 'सजदा', 'आज दिन चढ़ेया', 'ओ रे पिया', और 'आफरीन-आफरीन' शामिल हैं। इन गानों में राहत की आवाज की गहराई और भावनात्मक मिठास दोनों महसूस हुई। यही वजह है कि क्लासिकल संगीत की पृष्ठभूमि से निकलकर उन्होंने पॉप और फिल्मी साउंडट्रैक में भी अपनी अलग पहचान बनाई।

राहत ने अपनी संगीत यात्रा में कई पुरस्कार भी जीते हैं। उन्होंने लक्स स्टाइल अवार्ड्स, यूके एशियन म्यूजिक अवार्ड्स, फिल्मफेयर और आईफा पुरस्कारों में नामांकन और जीत हासिल की। 2019 में उन्हें ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय से डॉक्टरेट ऑफ म्यूजिक की मानद उपाधि भी मिली।

उनकी अंतर्राष्ट्रीय लोकप्रियता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि उन्होंने वेम्बली और मैनचेस्टर एरिना जैसे बड़े स्टेडियमों में परफॉर्म किया।

Point of View

NationPress
08/12/2025

Frequently Asked Questions

राहत फतेह अली खान की पहली हिट फिल्म कौन सी थी?
राहत फतेह अली खान की पहली हिट फिल्म 2003 में आई 'पाप' थी।
राहत फतेह अली खान ने किस प्रसिद्ध संगीतकार से संगीत की ट्रेनिंग ली?
राहत ने अपने चाचा नुसरत फतेह अली खान से संगीत की ट्रेनिंग ली।
राहत फतेह अली खान ने किस प्रकार के संगीत में अपनी पहचान बनाई?
राहत ने सूफी कव्वाली, बॉलीवुड और पॉप संगीत में अपनी पहचान बनाई है।
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