क्या शेखर कपूर ने ब्लैक होल को पहेली बताया और ब्रह्मांड के रहस्यों पर चर्चा की?

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क्या शेखर कपूर ने ब्लैक होल को पहेली बताया और ब्रह्मांड के रहस्यों पर चर्चा की?

सारांश

फिल्म निर्माता शेखर कपूर ने ब्लैक होल को पहेली कहा और ब्रह्मांड और शरीर के रहस्यों पर विचार किया। उनकी वैज्ञानिक चर्चा ने दर्शकों को गहराई में सोचने पर मजबूर किया। आइए जानें उनके विचारों के बारे में।

Key Takeaways

  • ब्लैक होल के रहस्य और इसके संबंधों पर चर्चा
  • ब्रह्मांड और शरीर की कोशिकाओं के बीच का संबंध
  • विज्ञान और दर्शन का गहरा संबंध
  • शेखर कपूर की सोच और उनकी फिल्में
  • एक दार्शनिक प्रश्न "मैं कौन हूँ?"

मुंबई, 28 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। प्रसिद्ध फिल्मकार और निर्देशक शेखर कपूर अपने गहरे विचारों और सोशल मीडिया पर प्रभावशाली पोस्ट के लिए जाने जाते हैं। हाल ही में उन्होंने ब्लैक होल को एक पहेली के रूप में वर्णित किया और इसके साथ ही ब्रह्मांड और शरीर के रहस्यों पर भी विचार किए।

शेखर कपूर ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर एक दिलचस्प बातचीत साझा की, जिसमें उन्होंने एक एस्ट्रोफिजिसिस्ट से बातें कीं। इस बातचीत में ब्रह्मांड, ब्लैक होल, शरीर की कोशिकाओं और अस्तित्व से जुड़े महत्वपूर्ण प्रश्नों पर चर्चा की गई। शेखर कपूर अक्सर विज्ञान, दर्शन और आध्यात्म पर गहन प्रश्न उठाते हैं।

उन्होंने एस्ट्रोफिजिसिस्ट से पूछा, "क्या ब्रह्मांड लगातार खुद को दोहराता है?" वैज्ञानिक ने सहमति में सिर हिलाया। इसके बाद शेखर ने कई प्रश्न पूछे - क्या अनंत से लेकर सबसे छोटी चीजें भी दोहराई जाती हैं? क्या हमारे शरीर की हर कोशिका ब्रह्मांड की एक छवि है? क्या कोशिकाओं में होने वाला कंपन भौतिक पदार्थ का भ्रम उत्पन्न करता है?

एस्ट्रोफिजिसिस्ट ने सहमति जताई और फिर सोच में पड़ गया। शेखर ने आगे कहा कि यदि पदार्थ केवल कंपन है, तो क्या उनका शरीर भी ब्लैक होल से भरा हुआ है? वैज्ञानिक ने मुस्कुराते हुए पूछा कि वह कहाँ जा रहे हैं। शेखर ने उत्तर दिया कि यदि ब्लैक होल पोर्टल हैं जो एक आयाम से दूसरे में ले जाते हैं, तो क्या उनके शरीर में भी ऐसे पोर्टल्स हैं जो उन्हें आयामों के बीच घूमते रहते हैं?

वैज्ञानिक ने कहा कि फिल्म निर्माता और कहानीकार अक्सर कल्पना और वास्तविकता के बीच का अंतर नहीं समझते। शेखर ने जवाब दिया कि हर सच्चाई पहले एक कल्पना या कहानी ही थी, फिर वह विज्ञान बन गई। वैज्ञानिक ने मुस्कुराते हुए बताया कि उन्हें शेखर का कहानी कहने का तरीका पसंद है। यदि यह कल्पना कभी सच्चाई बन जाए, तो उनके शरीर में ऐसे पोर्टल्स हो सकते हैं।

अंत में, शेखर ने सबसे बड़ा सवाल पूछा, "तो मैं कौन हूँ?" वैज्ञानिक ने कहा कि यह एक वैज्ञानिक प्रश्न नहीं है, लेकिन वह स्वयं से यह प्रश्न बार-बार पूछते हैं। शेखर कपूर ने 'मिस्टर इंडिया', 'बैंडिट क्वीन' और 'एलिजाबेथ' जैसी कई प्रसिद्ध फिल्में बनाई हैं।

Point of View

शेखर कपूर ने एक अद्वितीय दृष्टिकोण प्रस्तुत किया है, जो न केवल ब्रह्मांड के रहस्यों को उजागर करता है, बल्कि हमें अपने अस्तित्व के बारे में भी सोचने पर मजबूर करता है। यह बातचीत दर्शाती है कि विज्ञान और दर्शन के बीच का संबंध कितना गहरा है।
NationPress
28/12/2025

Frequently Asked Questions

शेखर कपूर ने किस विषय पर चर्चा की?
शेखर कपूर ने ब्लैक होल, ब्रह्मांड और शरीर के रहस्यों पर चर्चा की।
उनकी चर्चा में किस वैज्ञानिक ने भाग लिया?
उनकी चर्चा में एक एस्ट्रोफिजिसिस्ट ने भाग लिया।
क्या शेखर कपूर का दृष्टिकोण वैज्ञानिक है?
जी हाँ, उनका दृष्टिकोण वैज्ञानिक और दार्शनिक दोनों है।
शेखर कपूर की कौन-कौन सी प्रसिद्ध फिल्में हैं?
शेखर कपूर की प्रसिद्ध फिल्में हैं 'मिस्टर इंडिया', 'बैंडिट क्वीन', और 'एलिजाबेथ'
क्या उन्होंने कभी अपने अस्तित्व पर सवाल उठाया?
जी हाँ, उन्होंने अपने अस्तित्व पर सवाल उठाया, "तो मैं कौन हूँ?"
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