क्या टीवी इंडस्ट्री में 12 घंटे से ज्यादा शिफ्ट नहीं होनी चाहिए? कंवर ढिल्लों का विचार

सारांश
Key Takeaways
- कंवर ढिल्लों ने 12 घंटे से ज्यादा शिफ्ट की आलोचना की।
- उन्हें 8-10 घंटे की शिफ्ट पसंद है।
- दीपिका पादुकोण के बयान ने बहस को जन्म दिया।
- वर्क लाइफ बैलेंस की आवश्यकता पर जोर दिया गया।
- लंबी शिफ्ट्स स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकती हैं।
मुंबई, 19 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। अभिनेता कंवर ढिल्लों ने हाल ही में टीवी इंडस्ट्री में 12 घंटे से ज्यादा की शिफ्ट न होने की मांग की है। उन्होंने बताया कि यहाँ काम के घंटों को सीमित करने की आवश्यकता है।
राष्ट्र प्रेस को दिए गए एक इंटरव्यू में कंवर ने कहा, "मैंने किसी आधिकारिक बदलाव के बारे में नहीं सुना है, लेकिन मैं 12 या उससे अधिक घंटों के बजाय 8-10 घंटे की स्टैंडर्ड शिफ्ट में काम करना पसंद करूंगा। कभी-कभी एपिसोड रात भर में शूट करने पड़ते हैं, तब इसे न कहना मुश्किल हो जाता है। लेकिन आदर्श रूप से 9-10 घंटे की शिफ्ट होनी चाहिए।"
फिल्म इंडस्ट्री में लंबी वर्किंग शिफ्ट पर चर्चा तब शुरू हुई जब दीपिका पादुकोण ने 8 घंटे के शिफ्ट में काम करने की इच्छा व्यक्त की। उनके बयान ने एक नई बहस छेड़ दी है और अब कई टेलीविजन हस्तियां इस मुद्दे पर अपने विचार साझा कर रही हैं।
इससे पहले, नायरा बनर्जी ने टीवी इंडस्ट्री की थकाऊ वर्क कल्चर के बारे में बात की थी। उन्होंने बताया कि कैसे लंबे शूट्स अभिनेताओं के स्वास्थ्य, नींद और उनके जीवन पर भारी पड़ सकते हैं।
उन्होंने वर्क लाइफ बैलेंस की आवश्यकता पर जोर दिया। 'खाकी: द बंगाल चैप्टर' की एक्ट्रेस नायरा ने राष्ट्र प्रेस को बताया, "मैं पूरी तरह से सहमत हूं। हम अक्सर दिन में पंद्रह घंटे काम करते हैं, जिसका असर स्वास्थ्य, नींद और परफॉर्मेंस पर पड़ता है। पर्याप्त आराम के बिना अभिनेता तरोताजा नहीं दिख सकते या पूरी ऊर्जा के साथ भावनाओं को व्यक्त नहीं कर सकते। इसलिए जब भी मैं कोई शो करती हूं, तो मैं सप्ताह में कम से कम एक या आधे दिन की छुट्टी पर जोर देती हूं। हमें अपने लिए, अपने परिवार के लिए और अपनी निजी जिम्मेदारियों के लिए समय चाहिए।"
फिल्म इंडस्ट्री में लंबे समय से वर्किंग शिफ्ट को कम या सीमित करने की बात उठती रही है। मगर कई बार देखा गया है कि जो भी अभिनेता इसके बारे में बात करता है, उसे काम मिलना मुश्किल हो जाता है या फिर उसे किसी प्रोजेक्ट से बाहर कर दिया जाता है।