क्या जीनत अमान ने पूछा, आज भी कपड़ों से तय होती है महिला की गलती?
सारांश
Key Takeaways
- महिलाओं के कपड़ों का अर्थ
- सामाजिक बदलाव
- युवाओं की सोच
- वर्तमान नैतिकता
- व्यक्तिगत स्वतंत्रता
मुंबई, 4 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। पूर्व की प्रसिद्ध अभिनेत्री जीनत अमान अब भले ही फिल्मी पर्दे से दूर हो, परंतु वे सोशल मीडिया पर अपने विचारों से दर्शकों का ध्यान आकर्षित करती रहती हैं। उन्होंने हाल ही में इंस्टाग्राम पर अपनी फिल्म 'द ग्रेट गैम्बलर' का एक दृश्य साझा किया।
जीनत ने साझा करते हुए लिखा कि वे अक्सर अपनी पुरानी फ़िल्मों के दृश्य देखती हैं। इसी दौरान उन्होंने 'द ग्रेट गैम्बलर' में अमिताभ बच्चन के साथ एक सीन देखा। इस दृश्य में एक लड़का उनके साथ छेड़खानी करता है, और वे उसे पुलिस थाने ले जाती हैं। इसी दौरान अमिताभ बच्चन उन्हें डांटते हैं और कहते हैं कि 'तुमने जिस तरह के कपड़े पहने हैं, तो लड़के ऐसा करते हैं।'
उन्होंने लिखा, "जब हम युवा थे, तब हमें लगता था कि समाज के कड़े नियम कभी नहीं बदलेंगे, चाहे हम कितनी भी बगावत क्यों न कर लें। लेकिन समय के साथ देखा कि बहुत कुछ बदल गया है।"
जीनत ने आगे कहा, "हालांकि, सब कुछ नहीं बदला है। आज भी कुछ लोग नैतिकता का ठेका लेते हैं। लेकिन लोगों की सोच में बदलाव आया है।"
अभिनेत्री ने महिलाओं से पूछते हुए लिखा कि अगर आपने यह क्लिप देखी है, तो क्या आपको उस लड़के की छेड़खानी पर गुस्सा आया? क्या गुस्सा आपसे जुड़ा और सबसे अधिक गुस्सा इंस्पेक्टर पर आया जो कहते हैं 'खुद ही बुलावा देती हो'?
उन्होंने आज की लड़कियों की हिम्मत की तारीफ करते हुए कहा, "मैंने यह दृश्य एक युवा लड़की को दिखाया। उसने इंस्पेक्टर को देखकर कहा कि 'क्या लूजर है यार।' मैं यह सुनकर हंस पड़ी। आज मैं खुद अधिक व्यावहारिक सोचने लगी हूं। मैं मानती हूं कि हर किसी को अपने पसंदीदा कपड़े पहनने का अधिकार है, लेकिन यह भी सच है कि दुनिया हमारी सोच के अनुसार नहीं चलती। कुछ कपड़े कुछ जगहों पर अधिक उपयुक्त लगते हैं। क्या यह सोच पुरानी हो गई? शायद हां। लेकिन मेरे सारे बाल सफेद हो चुके हैं, इसलिए थोड़ा समझ लीजिए।"
उन्होंने अंत में लिखा, "मैं आपकी राय जानना चाहती हूं। खासकर उन लोगों से जो मुझसे अधिक आज के समाज और नए नियमों को समझते हैं।"