क्या बढ़ती उम्र में झुर्रियों को कहें बाय-बाय? इन योगासनों से लौटेगा चेहरे का निखार

सारांश
Key Takeaways
- हलासन से पाचन तंत्र मजबूत होता है।
- मत्स्यासन से त्वचा को अधिक ऑक्सीजन मिलती है।
- त्रिकोणासन से विषैले तत्व बाहर निकलते हैं।
- नियमित योग से तनाव कम होता है।
- योग से चेहरे की मांसपेशियों में सक्रियता बढ़ती है।
नई दिल्ली, ८ सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। बढ़ती उम्र के साथ शरीर में कई परिवर्तन होने लगते हैं। त्वचा में ढीलापन आ जाता है और चेहरे पर झुर्रियां दिखाई देने लगती हैं। यह उम्र बढ़ने का स्वाभाविक हिस्सा है, लेकिन आज के समय में हर कोई चाहता है कि वह लंबे समय तक जवां दिखे। इसके लिए सही जीवनशैली, संतुलित आहार, पर्याप्त नींद, पानी की उचित मात्रा और सबसे महत्वपूर्ण, नियमित योगाभ्यास आवश्यक है।
आयुष मंत्रालय का मानना है कि योग न केवल शरीर को लचीलापन और मजबूती प्रदान करता है, बल्कि यह आपकी त्वचा की गहराइयों में भी सकारात्मक प्रभाव डालता है।
कुछ योगासन हैं जो चेहरे की त्वचा को टाइट करने, झुर्रियों को कम करने और चेहरे पर प्राकृतिक चमक लाने में बेहद प्रभावी साबित होते हैं।
हलासन :- हलासन एक ऐसा आसन है जो शरीर के कई हिस्सों को एक साथ सक्रिय करता है। जब आप अपने पैरों को सिर के पीछे ले जाकर जमीन पर टिकाने की कोशिश करते हैं, तो यह स्थिति आपके पेट के अंगों पर दबाव डालती है, जिससे पाचन तंत्र बेहतर होता है। अच्छी पाचन क्रिया का सीधा असर आपकी त्वचा पर दिखता है। इसके अलावा, हलासन रक्त संचार को बेहतर बनाता है, जिससे त्वचा की कोशिकाओं तक ऑक्सीजन और पोषण अच्छे से पहुंचता है। इसका परिणाम यह होता है कि चेहरा अधिक टाइट, चमकदार और झुर्रियों से मुक्त दिखता है।
मत्स्यासन :- मत्स्यासन में गर्दन और छाती को पीछे की ओर झुकाया जाता है। इस मुद्रा में छाती ऊपर उठती है और गर्दन पीछे झुकती है। इस स्थिति में फेफड़ों को अधिक जगह मिलती है और शरीर में ऑक्सीजन की आपूर्ति बढ़ती है। खासकर चेहरे की त्वचा को जब पर्याप्त ऑक्सीजन मिलती है, तो वहां की कोशिकाएं अधिक सक्रिय हो जाती हैं। इससे त्वचा अधिक हेल्दी, दमकती और जवां नजर आती है। मत्स्यासन चेहरे की मांसपेशियों को भी सक्रिय करता है, जिससे समय से पहले झुर्रियां आने की प्रक्रिया धीमी हो जाती है।
त्रिकोणासन :- त्रिकोणासन के दौरान जब आप अपने शरीर को साइड की ओर मोड़ते हैं और एक हाथ नीचे और दूसरा ऊपर होता है, तो आपकी रीढ़, पेट और चेहरे तक रक्त का प्रवाह तेज होता है। इससे शरीर में जमा हुए विषैले तत्व पसीने और अन्य माध्यमों से बाहर निकलते हैं। यह आंतरिक सफाई आपकी त्वचा को साफ, चमकदार और जवान बनाए रखने में मदद करती है। साथ ही, यह आसन तनाव को भी कम करता है, जिसका असर आपकी त्वचा पर दिखाई देता है।