क्या बिहार में आंगनबाड़ी सेविका और सहायिका का मानदेय बढ़ेगा?

सारांश
Key Takeaways
- आंगनबाड़ी सेविकाओं और सहायिकाओं का मानदेय बढ़ा है।
- सीएम नीतीश कुमार ने इसे सोशल मीडिया पर साझा किया।
- महिलाओं के लिए पिंक बसों का उद्घाटन किया गया है।
- ई-टिकटिंग सुविधा की शुरुआत की गई है।
- यह निर्णय बच्चों और गर्भवती महिलाओं के पोषण को सुधारने के लिए है।
पटना, 8 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार सरकार ने इस वर्ष विधानसभा चुनाव से पहले आंगनबाड़ी सेविका और सहायिकाओं के मानदेय में वृद्धि का महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने घोषणा की है कि अब आंगनबाड़ी सेविका का मानदेय 7,000 रुपए से बढ़ाकर 9,000 रुपए और आंगनबाड़ी सहायिका का मानदेय 4,000 रुपए से बढ़ाकर 4,500 रुपए कर दिया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने यह जानकारी सोशल मीडिया पर साझा करते हुए लिखा, "राज्य में बच्चों और गर्भवती महिलाओं के पोषण एवं जीवन स्तर में सुधार में आंगनबाड़ी सेविकाओं एवं सहायिकाओं की महत्वपूर्ण भूमिका है। इस भूमिका का सम्मान करते हुए हमने उनके मानदेय में वृद्धि का निर्णय लिया है।"
उन्होंने आगे कहा, "नवंबर 2005 से हमने गर्भवती महिलाओं एवं बच्चों के पोषण के लिए कई योजनाएं शुरू की हैं। आंगनबाड़ी सेविकाएं और सहायिकाएं इन सेवाओं के वितरण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं।"
इसके अलावा, मुख्यमंत्री ने महिलाओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए 80 पिंक बसों का उद्घाटन किया और ई-टिकट सुविधा की शुरुआत की।
उन्होंने लिखा, "बिहार राज्य पथ परिवहन निगम की 1,065 बसों में ई-टिकटिंग सुविधा लागू की गई है। इन पिंक बसों में केवल महिलाएं यात्रा कर सकती हैं, जिससे उनका सफर सुरक्षित और आरामदायक बन सकेगा।"