क्या पीएम मोदी की तरह मैंने कभी एक दिन की छुट्टी नहीं ली? चंद्रबाबू नायडू

सारांश
Key Takeaways
- पीएम मोदी और चंद्रबाबू नायडू दोनों ने कभी छुट्टी नहीं ली।
- स्वास्थ्य के लिए संतुलित खान-पान की आवश्यकता है।
- आंध्र प्रदेश में सी-सेक्शन डिलीवरी की संख्या बढ़ रही है।
- डॉक्टर्स सामान्य प्रसव को रोकने के लिए प्रेरित हो रहे हैं।
- सरकार चिकित्सा कॉलेजों के निजीकरण के खिलाफ है।
अमरावती, 23 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने मंगलवार को विधानसभा में स्वास्थ्य सेवाओं पर चर्चा करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कार्यशैली और स्वास्थ्य को लेकर उनकी प्रतिबद्धता की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि जैसे पीएम मोदी ने कभी छुट्टी नहीं ली, वैसे ही मैंने भी आज तक छुट्टी नहीं ली है।
मुख्यमंत्री ने कहा, "प्रधानमंत्री मोदी 75 वर्ष के हैं और मुझसे छह महीने छोटे हैं, लेकिन जब वह विदेश से लौटते हैं तो अगली सुबह 4-5 राज्यों का दौरा करते हैं। वह हर दिन ऊर्जा से काम करते हैं। उन्होंने कभी छुट्टी नहीं ली और मैंने भी नहीं ली।"
नायडू ने स्वास्थ्य के लिए संतुलित आहार की आवश्यकता पर भी बल दिया। उन्होंने कहा, "खाना ही दवा है और रसोई ही फार्मेसी है। अगर हम इस पर ध्यान दें, तो बीमारियों से काफी हद तक बच सकते हैं।"
उन्होंने मजाक में कहा कि आजकल लोग 40 साल की उम्र में ही 120 साल का खाना खा लेते हैं, जो बीमारियों का कारण बनता है। इस पर विधानसभा में हंसी गूंज उठी। उपाध्यक्ष रघु रामकृष्ण राजू को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, "यह बात आप पर भी लागू होती है।"
मुख्यमंत्री ने आंध्र प्रदेश में बढ़ते सी-सेक्शन ऑपरेशनों पर चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि राज्य में 56.62 प्रतिशत डिलीवरी सी-सेक्शन से हो रही हैं, जो पूरे देश में सबसे अधिक है।
उन्होंने बताया कि इनमें से 90 प्रतिशत ऑपरेशन निजी अस्पतालों में हो रहे हैं। नायडू ने आरोप लगाया कि डॉक्टर्स पैसे के लालच में सामान्य प्रसव को रोक रहे हैं और ऑपरेशन को बढ़ावा दे रहे हैं।
नायडू ने स्वास्थ्य मंत्री सत्य कुमार यादव को निर्देश दिया कि वह निजी अस्पतालों की बैठक बुलाकर उन्हें सख्त संदेश दें कि सरकार इस प्रवृत्ति का समर्थन नहीं करती। उन्होंने कहा, "ऑपरेशन आखिर ऑपरेशन ही होता है। भगवान ने जो शरीर दिया है, उसे बिना कारण काटना सही नहीं है।"
मुख्यमंत्री ने सहमति जताई कि कुछ परिवार डिलीवरी की तारीख पहले से ही 'शुभ मुहूर्त' के अनुसार तय कर रहे हैं, जो गर्भावस्था के प्राकृतिक चक्र में हस्तक्षेप है।
मुख्यमंत्री ने विपक्षी वाईएसआर कांग्रेस पार्टी के आरोपों का खंडन करते हुए कहा कि सरकार मेडिकल कॉलेजों का निजीकरण नहीं कर रही, बल्कि पीपीपी मॉडल के तहत उन्हें विकसित कर रही है।
उन्होंने कहा कि वाईएसआरसीपी विधानसभा में चर्चा से भाग रही है और बाहर बैठकर झूठा प्रचार कर रही है। उन्होंने कहा, "सिर्फ झूठ फैलाकर राजनीति नहीं की जा सकती। हम जनता के हित में काम कर रहे हैं और इसमें कोई समझौता नहीं होगा।"