क्या चांगेरी पाचन, इम्यूनिटी और त्वचा के लिए जादुई औषधीय पौधा है? जानें इसके फायदे
सारांश
Key Takeaways
- पाचन: चांगेरी का सेवन पाचन में सुधार करता है।
- इम्यूनिटी: यह इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाता है।
- त्वचा: मुंहासे और दाग-धब्बों से लड़ने में मदद करता है।
- लिवर: शरीर से हानिकारक तत्वों को बाहर निकालता है।
- वजन: वेट लॉस में सहायता करता है।
नई दिल्ली, 21 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। चांगेरी एक अत्यंत लाभकारी औषधीय पौधा है, जो पाचन, लिवर, त्वचा और इम्यूनिटी के लिए बेहद महत्वपूर्ण माना जाता है। यह भूख को बढ़ाने में मददगार है और विटामिन सी तथा एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होने के कारण शरीर को डिटॉक्स करने में सहायता करता है।
चांगेरी का सेवन पेट की आग को मजबूत करता है और भूख को बढ़ाता है। यदि आपको पेट दर्द, बदहजमी, गैस, या दस्त की समस्या हो, तो यह पौधा आपके लिए किसी चमत्कार से कम नहीं है। यह कफ और वात दोष से संबंधित समस्याओं में भी लाभकारी साबित होता है।
लिवर और किडनी के स्वास्थ्य के लिए चांगेरी बेहद लाभदायक है। यह शरीर से हानिकारक तत्वों को बाहर निकालने में मदद करती है और आंतरिक अंगों को साफ रखती है। इसके साथ-साथ इसमें सूजन-रोधी गुण भी मौजूद हैं, जिससे गठिया और जोड़ों के दर्द में आराम मिलता है। यह त्वचा और बालों के लिए भी लाभकारी है। यह त्वचा के संक्रमण, मुंहासे और दाग-धब्बों से लड़ता है, घाव भरने में मदद करता है और मस्से के उपचार में भी उपयोगी है।
चांगेरी साइनस और कफ की समस्या में भी राहत देती है। इसके रस को नाक में डालने से बलगम और कफ साफ होते हैं, हालांकि यह थोड़ा तीखा हो सकता है, इसलिए सावधानी बरतनी चाहिए।
घी में भूनकर या दही के साथ लेने से खूनी बवासीर में आराम मिलता है। मुंह की बदबू दूर करने के लिए इसकी पत्तियों को चबाना अच्छा माना जाता है और यह मसूड़ों के रोगों में भी लाभकारी है। यदि आप वेट लॉस करना चाहते हैं, तो यह पौधा फायदेमंद है, क्योंकि इसमें कैलोरी कम और फाइबर भरपूर मात्रा में होता है।
चांगेरी का उपयोग करने के कई तरीके हैं। आप इसकी पत्तियों को पुदीना, अदरक और लहसुन के साथ पीसकर चटनी बना सकते हैं। इसके पत्तियों से काढ़ा या चाय भी तैयार की जा सकती है। यदि घाव या मस्से पर उपयोग करना हो, तो कुचली हुई पत्तियों का पेस्ट सीधे प्रभावित हिस्से पर लगाया जा सकता है।