क्या दालचीनी की चाय डायबिटीज के मरीजों के लिए फायदेमंद है?
सारांश
Key Takeaways
- दालचीनी का सेवन डायबिटीज के मरीजों के लिए लाभकारी है।
- यह चाय ब्लड शुगर को नियंत्रित करती है।
- दालचीनी में एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं।
- यह चाय कोलेस्ट्रॉल को संतुलित करने में मदद करती है।
- गर्भवती महिलाओं को सेवन से पहले चिकित्सकीय सलाह लेनी चाहिए।
नई दिल्ली, 14 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। डायबिटीज एक ऐसी बीमारी है, जो समय के साथ शरीर को कमजोर कर देती है। लेकिन भारतीय रसोई में ऐसे कई मसाले हैं, जिनका सेवन इसे नियंत्रित करने में सहायक हो सकता है। उनमें से एक है दालचीनी।
भारत सरकार का आयुष मंत्रालय दालचीनी को न केवल डायबिटीज के मरीजों के लिए फायदेमंद मानता है, बल्कि इसके सेवन से कई अन्य स्वास्थ्य लाभ भी मिलते हैं। दालचीनी की चाय भी अत्यंत लाभकारी होती है।
भारत में डायबिटीज के मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। इस संदर्भ में, आयुष मंत्रालय प्राकृतिक और घरेलू उपायों की सिफारिश करता है। मंत्रालय ने दालचीनी की चाय को डायबिटीज और स्वास्थ्य के लिए बेहद लाभकारी बताया है। यह चाय न केवल स्वादिष्ट है, बल्कि यह मरीजों के लिए विशेष रूप से फायदेमंद है। यह ब्लड शुगर के स्तर को नियंत्रित करने में सहायता करती है। दालचीनी में मौजूद तत्व इंसुलिन की कार्यक्षमता को बढ़ाते हैं, जिससे शरीर ग्लूकोज का सही इस्तेमाल कर पाता है।
नियमित रूप से दालचीनी की चाय पीने से शुगर का स्तर स्थिर रहता है और अचानक बढ़ने-घटने की समस्या कम होती है। इसके अतिरिक्त, दालचीनी की चाय कोलेस्ट्रॉल को संतुलित करने में भी मददगार होती है। यह खराब कोलेस्ट्रॉल को घटाती है, जिससे हृदय रोग का खतरा कम होता है। दालचीनी में एंटीऑक्सीडेंट गुण भी होते हैं, जो शरीर में सूजन को कम करते हैं और इम्यूनिटी को बढ़ाते हैं।
आयुर्वेदाचार्य दालचीनी की चाय बनाने का सरल तरीका भी बताते हैं। इसके लिए एक कप पानी में आधा चम्मच दालचीनी पाउडर या एक छोटी दालचीनी की छड़ी डालें। इसे 5 से 10 मिनट तक उबालें। फिर इसे छानकर गर्मागर्म पिएं। स्वाद बढ़ाने के लिए इसमें शहद या नींबू मिला सकते हैं।
दालचीनी प्राकृतिक रूप से स्वास्थ्य को सुधारती है, लेकिन इसे दवा का विकल्प नहीं मानना चाहिए। मधुमेह के मरीजों को नियमित व्यायाम, संतुलित आहार और डॉक्टरी सलाह का पालन करना आवश्यक है।
मरीजों को दवा के साथ इसका सेवन करना चाहिए और दवा बंद नहीं करनी चाहिए। गर्भवती महिलाओं और अन्य गंभीर समस्याओं वाले व्यक्तियों को डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।