क्या अंकुरित चने डायबिटीज के मरीजों के लिए सबसे अच्छा नाश्ता है?
सारांश
Key Takeaways
- अंकुरित चने डायबिटीज के लिए फायदेमंद हैं।
- इनमें फाइबर की भरपूर मात्रा होती है।
- ये शुगर लेवल को नियंत्रित करते हैं।
- इनका सेवन पाचन संबंधी समस्याओं को दूर करता है।
- अंकुरित चने ऊर्जा का अच्छा स्रोत हैं।
नई दिल्ली, 14 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। डायबिटीज एक ऐसी शारीरिक समस्या है, जिसमें मरीजों को कई प्रकार के परहेज करने पड़ते हैं। खानपान और नाश्ते के लिए सही विकल्प चुनना बहुत आवश्यक हो जाता है। इस संदर्भ में, अंकुरित चने एक बेहतरीन नाश्ता साबित होते हैं, जो न केवल स्वाद में लाजवाब हैं बल्कि सेहत के लिए भी बहुत फायदेमंद हैं।
भारत सरकार के आयुष मंत्रालय ने प्राकृतिक और पौष्टिक आहार की सिफारिश की है। मंत्रालय के अनुसार, अंकुरित चने ऊर्जा का एक प्राकृतिक स्रोत हैं, जो केवल सामान्य लोगों के लिए ही नहीं, बल्कि डायबिटीज से पीड़ित व्यक्तियों के लिए भी सबसे उपयुक्त नाश्ता माने जाते हैं। ये चने सस्ते, आसानी से उपलब्ध और स्वास्थ्य का खजाना हैं।
अंकुरित चने शरीर को ऊर्जा प्रदान करते हैं और ब्लड शुगर को नियंत्रित रखने में सहायक होते हैं। अंकुरण के दौरान चने में पोषक तत्वों की मात्रा कई गुना बढ़ जाती है। इसमें प्रोटीन, फाइबर, विटामिन, मिनरल्स और एंटीऑक्सीडेंट भरपूर होते हैं। डायबिटीज के मरीजों के लिए यह नाश्ता विशेष रूप से फायदेमंद है क्योंकि यह धीरे-धीरे पचता है और शुगर लेवल को अचानक बढ़ने से रोकता है।
डायबिटीज के मरीजों को अंकुरित चने से अनेक लाभ मिलते हैं, क्योंकि इन चनों में फाइबर की प्रचुरता होती है, जो ग्लूकोज के अवशोषण को धीमा करती है। इसके परिणामस्वरूप, भोजन के बाद शुगर लेवल तेजी से नहीं बढ़ता। कार्बोहाइड्रेट धीरे-धीरे टूटते हैं, जिससे दिनभर ऊर्जा बनी रहती है। कम कैलोरी और अधिक फाइबर के कारण भूख कम लगती है, जिससे मोटापा घटाने और डायबिटीज को प्रबंधित करने में मदद मिलती है। साथ ही, यह पाचन संबंधी समस्याओं को भी दूर करता है। फाइबर कब्ज को समाप्त करता है और आंतों को स्वस्थ रखता है। आयरन से इम्यून सिस्टम मजबूत होता है।
अंकुरित चने बनाने की प्रक्रिया बहुत सरल है। काले चनों को रातभर पानी में भिगो दें। सुबह पानी निकालकर, उन्हें गीले कपड़े में लपेटकर 8-10 घंटे रखें ताकि अंकुर निकल आएं। इसके बाद, इसमें सेंधा नमक, कसा हुआ ताजा अदरक, नींबू का रस और थोड़ी काली मिर्च मिलाएं।
आयुर्वेदाचार्य का कहना है कि अंकुरित चने का नियमित सेवन डायबिटीज के मरीजों के लिए एक वरदान है। लेकिन, दवाओं का सेवन बंद न करें और डॉक्टर से सलाह जरूर लें। यह प्राकृतिक नाश्ता न केवल शुगर को नियंत्रित करता है, बल्कि संपूर्ण शरीर को स्वस्थ और ऊर्जावान बनाता है।