क्या अनिद्रा का समाधान दवा नहीं, बल्कि एक्सरसाइज है?

सारांश
Key Takeaways
- व्यायाम अनिद्रा के उपचार में प्रभावी हो सकता है।
- योग से नींद का समय बढ़ता है।
- ताई ची नींद की गुणवत्ता में सुधार करती है।
- नैचुरल उपचार को प्राथमिकता दी जानी चाहिए।
- स्वास्थ्य सेवाओं में व्यायाम को शामिल करना चाहिए।
नई दिल्ली, 17 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। यदि आप अनिद्रा से जूझ रहे हैं, तो योग, ताई ची, पैदल चलना और जॉगिंग जैसी एक्सरसाइज आपकी नींद को बेहतर बना सकती हैं। ये व्यायाम करने से शरीर और मानसिकता दोनों को शांति मिलती है, जिससे नींद आती है और उसकी गुणवत्ता में सुधार होता है।
ऑनलाइन जर्नल बीएमजे एविडेंस बेस्ड मेडिसिन में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार, एक्सरसाइज नींद की समस्याओं के उपचार के लिए एक महत्वपूर्ण और प्रभावी उपाय हो सकती है।
अनिद्रा से ग्रसित लोग अक्सर सोने में कठिनाई, नींद का जल्दी टूटना या सुबह जल्दी जागना महसूस करते हैं। इससे मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है और डिमेंशिया और दिल की बीमारी का खतरा बढ़ जाता है।
बीजिंग यूनिवर्सिटी ऑफ चाइनीज मेडिसिन के शोधकर्ताओं ने बताया कि अनिद्रा की दवाओं से साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं। वहीं, कॉग्निटिव बिहेवियरल थेरेपी (सीबीटी) का प्रभावी उपचार हर जगह उपलब्ध नहीं हो सकता।
इस अध्ययन के नतीजों से स्पष्ट है कि एक्सरसाइज अनिद्रा के इलाज में केवल सहायक नहीं बल्कि एक प्रभावी उपाय के रूप में भी काम कर सकती है।
शोधकर्ता झाओ-लान लियू ने कहा कि वर्तमान क्लिनिकल गाइडलाइंस में एक्सरसाइज का उल्लेख सीमित है, लेकिन यह अध्ययन व्यायाम के लाभों का एक ठोस प्रमाण है, जो भविष्य में डॉक्टरों के लिए सहायक होगा।
शोध टीम ने 22 क्लिनिकल ट्रायल्स का मेटा-एनालिसिस किया, जिसमें 1,348 प्रतिभागी और अनिद्रा के 13 विभिन्न इलाज शामिल थे। इनमें से 7 इलाज एक्सरसाइज पर आधारित थे, जैसे योग, ताई ची, पैदल चलना, जॉगिंग, एरोबिक और स्ट्रेंथ एक्सरसाइज। बाकी उपचारों में सीबीटी, जैसे स्लीप हाइजीन, आयुर्वेद, एक्यूपंक्चर और मसाज शामिल थे।
विश्लेषण से पता चला कि योग करने से नींद का कुल समय लगभग 2 घंटे बढ़ गया, नींद की गुणवत्ता 15 प्रतिशत बेहतर हुई, सोने के बाद जागने का समय 1 घंटा कम हुआ, और सोने में लगने वाला समय आधे घंटे तक घट गया।
इसके अलावा, पैदल चलना या जॉगिंग करने से अनिद्रा में लगभग 10 अंकों की भारी कमी आई। ताई ची ने खराब गुणवत्ता वाली नींद के स्कोर में 4 से अधिक अंक कम किए, नींद का समय 50 मिनट तक बढ़ाया, जागने का समय आधे घंटे से अधिक घटाया और सोने में लगने वाला समय 25 मिनट तक कम किया।
शोधकर्ताओं ने सुझाव दिया कि इन्हें प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाओं और स्थानीय स्वास्थ्य कार्यक्रमों में शामिल किया जाना चाहिए। इससे अधिक लोग लाभ उठा सकेंगे और नींद की समस्या से राहत मिल सकेगी।