क्या सर्दियों में मखाने और दूध का मिश्रण अमृत के समान है, जो मन और तन को शांत रखता है?
सारांश
Key Takeaways
- मखाने और दूध का मिश्रण सर्दियों में अमृत के समान है।
- यह मानसिक तनाव को कम करता है।
- हड्डियों और जोड़ों के लिए लाभकारी है।
- स्तनपान कराने वाली माताओं के लिए यह अमृत है।
- यह अच्छी नींद लाने में मदद करता है।
नई दिल्ली, 18 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। रात के समय शरीर अपनी कार्यप्रणाली को संतुलित करने का कार्य करता है, अर्थात् शरीर के सभी अंग उस समय विश्राम करते हैं। आयुर्वेद में यह माना जाता है कि देर रात भोजन नहीं करना चाहिए, क्योंकि यह शरीर के लिए रिपेयरिंग टाइम होता है। लेकिन मखाने और दूध का मिश्रण एक ऐसा अमृत है, जिसे रात को लेने से शरीर और मस्तिष्क को शक्ति मिलती है।
सर्दियों में मखाने और दूध का यह मिश्रण अमृत के समान होता है, जो शरीर को पोषण और मन को शांति प्रदान करता है। इसमें प्रचुर मात्रा में कैल्शियम, प्रोटीन और एंटीऑक्सीडेंट होते हैं, जो तनाव को कम करते हैं और अच्छी नींद लाने में सहायक होते हैं। दूध मखाने के गुणों को शरीर में गहराई तक पहुंचाता है। इसे तैयार करने के लिए रात को सोने से एक घंटे पहले दूध में एक मुट्ठी मखाने डालकर उबालें और उसमें एक हरी इलायची डालें। मिश्रण को कुछ देर तक ऐसे ही छोड़ दें और गुनगुना होने पर सेवन करें। यह मन और तन दोनों के लिए अनगिनत लाभ प्रदान करता है।
मखाने में सूजन कम करने के गुण होते हैं, जो रात के समय शरीर को रिपेयर करते हैं। इस मिश्रण के सेवन के अनेक लाभ हैं। यदि हड्डियों और जोड़ों में दर्द की समस्या है, तो इसके सेवन से हड्डियां मजबूत होती हैं और लचीलापन बढ़ता है।
मखाने और दूध का यह मिश्रण मानसिक शांति और नींद लाने में सहायक होता है। यह मानसिक तनाव को कम करता है और नींद लाने वाले हार्मोन मेलाटोनिन के उत्पादन में मदद करता है। इससे रात के समय अच्छी और गहरी नींद आती है। आयुर्वेद में मखाने और दूध के मिश्रण को वृष्य औषधि माना गया है, जो यौन शक्ति को बढ़ाने में सहायक है और शरीर की कमजोरी को दूर करता है। यदि काम की वजह से आंखें भारी हो रही हैं, तो यह मिश्रण आंखों की थकान को दूर करता है।
स्तनपान कराने वाली माताओं के लिए यह मिश्रण अमृत के समान है। यह मां और शिशु दोनों का पोषण करता है। यह मां के शरीर में प्राकृतिक तरीके से दूध का उत्पादन बढ़ाता है और कैल्शियम की कमी को पूरा करता है।