क्या पीएम मोदी ने योग को वैश्विक साझेदारी का माध्यम बनाने की अपील की?

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क्या पीएम मोदी ने योग को वैश्विक साझेदारी का माध्यम बनाने की अपील की?

सारांश

विशाखापत्तनम में आयोजित अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर पीएम मोदी ने योग की आवश्यकता और महत्व पर जोर दिया। उन्होंने इसे एक वैश्विक साझेदारी के रूप में देखने की अपील की, ताकि यह तनाव के दौर में शांति का माध्यम बन सके। इस कार्यक्रम में 40 से अधिक देशों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया।

Key Takeaways

  • योग का महत्व बढ़ रहा है।
  • विश्व शांति के लिए योग एक महत्वपूर्ण साधन है।
  • ग्लोबल पार्टनरशिप का माध्यम बनाएं।
  • 40 से अधिक देशों ने भाग लिया।
  • योग अब करोड़ों लोगों का हिस्सा बन चुका है।

विशाखापत्तनम, 21 जून 2025 (राष्ट्र प्रेस)। अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम में एक भव्य योग कार्यक्रम का आयोजन हुआ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस कार्यक्रम का नेतृत्व किया। योगांध्र 2025 में प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू और उपमुख्यमंत्री पवन कल्याण भी उपस्थित रहे। मंच से प्रधानमंत्री ने योग की महत्वपूर्णता को उजागर किया। उन्होंने कहा कि यह आयोजन न केवल हमारे देश में, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी चर्चा का विषय बन गया है।

पीएम मोदी ने कहा, "दुर्भाग्य से, दुनिया किसी न किसी तनाव से गुजर रही है। अशांति और अस्थिरता बढ़ रही है, ऐसे में योग से हमें शांति की दिशा मिलती है। मैं विश्व समुदाय से आज के इस महत्वपूर्ण अवसर पर एक अपील करूंगा कि योग को केवल व्यक्तिगत अभ्यास तक सीमित न रखें, बल्कि इसे ग्लोबल पार्टनरशिप का माध्यम बनाएं। योग को लोक नीति का हिस्सा बनाएं।"

उन्होंने आगे कहा, "जब जनता किसी लक्ष्य को पकड़ लेती है, तो उसे प्राप्त करना आसान हो जाता है। आपके प्रयास इस आयोजन में नजर आ रहे हैं। मी टू वी का भाव भारत की आत्मा का प्रतीक है। जब व्यक्ति अपने स्वार्थ से ऊपर उठकर समाज की भलाई के लिए सोचता है, तभी मानवता का भला होता है। भारत की संस्कृति का संदेश है सर्वे भवंतु सुखन:।"

इस अवसर पर पीएम मोदी ने कहा कि अभी नेवी के जहाज में भी योग कार्यक्रम चल रहा है। चाहे ओपेरा हाउस की सीढ़ियाँ हों या एवरेस्ट की चोटियाँ, एक ही संदेश है कि योग सभी का है और सभी के लिए है। विशाखापत्तनम के लोगों ने इस आयोजन को सफल बनाने में जो उत्साह दिखाया है, उसके लिए मैं सीएम चंद्रबाबू और पवन कल्याण को बधाई देता हूँ।

प्रधानमंत्री ने योग का अर्थ बताया कि यह दुनिया को जोड़ता है। पीएम मोदी ने कहा, "देश और दुनिया के सभी लोगों को इंटरनेशनल योग डे की बहुत-बहुत शुभकामनाएं। आज 11वीं बार पूरा विश्व 21 जून को एकसाथ योग कर रहा है। योग का सीधा अर्थ होता है जुड़ना, और यह देखना सुखद है कि कैसे योग ने पूरे विश्व को जोड़ दिया है।"

आज योग करोड़ों लोगों के जीवन का हिस्सा बन चुका है। मुझे गर्व होता है जब मैं देखता हूँ कि हमारे दिव्यांग साथी ब्रेल में योग शास्त्र पढ़ते हैं। वैज्ञानिक अंतरिक्ष में योग करते हैं। गांव-गांव में युवा साथी योग ओलंपियाड में भाग लेते हैं।

इस कार्यक्रम में 40 से अधिक देशों के प्रतिनिधि और योग प्रेमी शामिल हुए, जिससे भारत का योग संदेश वैश्विक स्तर पर और भी मजबूत हो रहा है।

कार्यक्रम को भव्य बनाने के लिए व्यापक तैयारियाँ की गई थीं, जिसमें सुरक्षा, तकनीकी और व्यवस्थात्मक पहलुओं का विशेष ध्यान रखा गया।

आरके बीच पर एक साथ 3.19 लाख लोगों के योग करने की व्यवस्था की गई है। अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर, राज्य, देश और दुनिया भर के आठ लाख स्थानों से प्रतिभागियों के शामिल होने की उम्मीद है।

Point of View

NationPress
21/06/2025

Frequently Asked Questions

विशाखापत्तनम में योग कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य क्या था?
इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य योग की महत्ता को उजागर करना और इसे वैश्विक साझेदारी का माध्यम बनाना था।
कितने देशों ने इस कार्यक्रम में भाग लिया?
इस कार्यक्रम में 40 से अधिक देशों के प्रतिनिधि शामिल हुए।
पीएम मोदी ने योग के बारे में क्या कहा?
उन्होंने कहा कि योग केवल व्यक्तिगत अभ्यास नहीं होना चाहिए, बल्कि इसे वैश्विक साझेदारी का माध्यम बनाना चाहिए।
योग का क्या महत्व है?
योग मानसिक और शारीरिक शांति का माध्यम है, जो तनाव को कम करने में मदद करता है।
इस कार्यक्रम की तैयारी में क्या-क्या शामिल था?
कार्यक्रम की तैयारी में सुरक्षा, तकनीकी और व्यवस्थात्मक पहलुओं का विशेष ध्यान रखा गया था।