क्या प्रतापराव जाधव ने डब्ल्यूएचओ महानिदेशक से मुलाकात में जामनगर सेंटर की सराहना की?
सारांश
Key Takeaways
- प्रतापराव जाधव की डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक से मुलाकात महत्वपूर्ण है।
- जामनगर का ग्लोबल ट्रेडिशनल मेडिसिन सेंटर पारंपरिक चिकित्सा का प्रचार कर रहा है।
- भारत और मॉरीशस के बीच सांस्कृतिक संबंध गहरे हो रहे हैं।
- फिजी और भारत के रिश्तों में आयुष का योगदान है।
- पारंपरिक चिकित्सा के लिए वैश्विक स्तर पर मान्यता बढ़ रही है।
नई दिल्ली, 18 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। दूसरा डब्ल्यूएचओ ग्लोबल ट्रेडिशनल मेडिसिन समिट सफलतापूर्वक आरंभ हो चुका है। इस दौरान, केंद्रीय आयुष राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) प्रतापराव जाधव ने समिट की प्रगति को साझा किया।
प्रतापराव जाधव ने राष्ट्र प्रेस से चर्चा करते हुए कहा, "बुधवार को समिट की शुरुआत शानदार हुई। गुरुवार सुबह डब्ल्यूएचओ के निदेशक-जनरल डॉ. टेड्रोस एडहनॉम घेब्रेयेसस से मेरी 20-25 मिनट की मुलाकात हुई। बातचीत में उन्होंने स्वीकार किया कि जामनगर में स्थापित ग्लोबल ट्रेडिशनल मेडिसिन सेंटर ने पारंपरिक चिकित्सा के प्रचार और विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।"
उन्होंने बताया, "हमारी ट्रेडिशनल मेडिसिन की पूरी दुनिया में पहचान बढ़ रही है। कई देशों ने इस क्षेत्र में भारत के सहयोग की सराहना की है और कहा है कि वे इसे तेजी से आगे बढ़ाना चाहते हैं। मैंने विभिन्न देशों के समकक्ष मंत्रियों के साथ बैठक की।"
जाधव ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर अलग-अलग देशों के समकक्ष मंत्रियों के साथ मुलाकात की तस्वीरें साझा कीं।
मॉरीशस के समकक्ष की बैठक के बारे में बताते हुए उन्होंने लिखा, "हम मॉरीशस के साथ आयुष संबंधों को मजबूत कर रहे हैं। भारत और मॉरीशस सांस्कृतिक संबंधों के साथ गहरी साझेदारी साझा करते हैं। यह देखकर खुशी होती है कि मॉरीशस सिद्ध और यूनानी सहित आयुष प्रणालियों को मान्यता देने के लिए अपने कानूनी ढांचे का विस्तार कर रहा है।"
फिजी के समकक्ष से मुलाकात पर उन्होंने कहा, "आयुष के जरिए भारत-फिजी संबंधों को और मजबूत बनाना। हमारे सांस्कृतिक बंधन पारंपरिक चिकित्सा में सहयोग के जरिए फिर से मजबूत हो रहे हैं। फिजी ने समग्र स्वास्थ्य में बहुत विश्वास दिखाया है।"
उन्होंने श्रीलंका के समकक्ष से मुलाकात की तस्वीर शेयर करते हुए लिखा, "पारंपरिक चिकित्सा में हमारी साझेदारी सदियों के साझा इतिहास पर आधारित है। हम समग्र स्वास्थ्य के लिए प्रतिबद्ध हैं।"
उन्होंने माइक्रोनेशिया के समकक्ष से मुलाकात पर लिखा, "माइक्रोनेशिया की समृद्ध औषधीय विरासत और भारत के आयुष सिस्टम के बीच सहयोग के नए रास्ते खुल रहे हैं।"