क्या सर्दियों में रोजाना तिल खाने से मिलते हैं अद्भुत फायदे?
सारांश
Key Takeaways
- तिल सर्दियों में शरीर को गर्म रखने में सहायक है।
- यह दिल की सेहत को बनाए रखने में मदद करता है।
- तिल में एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं, जो त्वचा के लिए फायदेमंद हैं।
- तिल का सेवन हड्डियों को मजबूत बनाता है।
- यह पाचन क्रिया को बेहतर बनाता है।
नई दिल्ली, 12 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। हम अक्सर छोटी-छोटी प्राकृतिक चीजों की महत्वता को कम आंकते हैं। इनमें से एक महत्वपूर्ण चीज है तिल, जो न केवल खाने के स्वाद को बढ़ाता है बल्कि स्वास्थ्य के लिए भी अत्यंत लाभकारी माना जाता है। आयुर्वेद और विज्ञान दोनों के अनुसार, यह शरीर के लिए कई तरीकों से फायदेमंद है। यह ऊर्जा का स्रोत है, बीमारियों से बचाता है, और शरीर को मजबूत बनाता है।
आयुर्वेद के अनुसार, तिल की तासीर गर्म होती है। सर्दियों में इसका सेवन करने से शरीर गर्म रहता है और यह ठंड से होने वाली बीमारियों से सुरक्षा प्रदान करता है। तिल के नियमित सेवन से शरीर में गर्मी बनी रहती है, जिससे थकान और कमजोरी में कमी आती है। आयुर्वेद में इसे 'सर्वदोष हारा' कहा गया है, क्योंकि यह वात और कफ को संतुलित करता है, जो शरीर में ठंडक, जोड़ों में दर्द और कब्ज जैसी समस्याओं को कम करने में सहायक है।
विज्ञान के दृष्टिकोण से, तिल में एंटीऑक्सीडेंट्स प्रचुर मात्रा में होते हैं, जो शरीर में मुक्त कणों से होने वाले नुकसान को रोकते हैं। ये एंटीऑक्सीडेंट्स त्वचा को स्वस्थ और युवा बनाए रखते हैं। नियमित सेवन से त्वचा पर झुर्रियां कम होती हैं, रंग निखरता है, और त्वचा की चमक बढ़ती है। इसके अलावा, तिल में सेसामोलिन और सेसामिन जैसे तत्व सूजन को कम करते हैं और दिल की सेहत को बनाए रखने में मदद करते हैं।
तिल में अनसैचुरेटेड फैटी एसिड होते हैं, जो खराब कोलेस्ट्रॉल को कम करते हैं और अच्छे कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाते हैं। इससे दिल स्वस्थ बना रहता है और ब्लड प्रेशर को नियंत्रित रखने में मदद मिलती है। इसका नियमित सेवन दिल की बीमारियों, एथेरोस्क्लेरोसिस और स्ट्रोक के जोखिम को कम कर सकता है।
तिल ऊर्जा का अच्छा स्रोत है। इसमें प्रोटीन, कैल्शियम, आयरन और मैग्नीशियम जैसे पोषक तत्व होते हैं, जो शरीर को ताकत देते हैं। खासकर महिलाओं और बुजुर्गों के लिए तिल हड्डियों को मजबूत बनाए रखने में सहायक है। आयरन एनीमिया को रोकने में भी लाभकारी है। इसके साथ ही, तिल का सेवन पाचन को सुधारता है और कब्ज जैसी समस्याओं से राहत देता है।
तिल का उपयोग कुछ बीमारियों में भी राहत देने के लिए किया जाता है। आयुर्वेद में यह माना जाता है कि तिल का तेल जोड़ों के दर्द, गठिया और मांसपेशियों की कमजोरी को दूर करने में मदद करता है। वैज्ञानिक रिसर्च में भी इसे सूजन कम करने और शरीर के प्रतिरोधक तंत्र को मजबूत करने वाला बताया गया है।