क्या लिम्फ नोड्स शरीर के लिए सुरक्षा कवच हैं? सूजन से बचने के उपाय जानें!

सारांश
Key Takeaways
- लिम्फ नोड्स प्रतिरक्षा प्रणाली का अभिन्न हिस्सा हैं।
- ये बैक्टीरिया और हानिकारक तत्वों को छानते हैं।
- गर्म पानी का सेवन टॉक्सिन निकालने में मदद करता है।
- हल्दी और अदरक एंटीबायोटिक के रूप में कार्य करते हैं।
- संतुलित आहार से लिम्फ नोड्स को मजबूती मिलती है।
नई दिल्ली, 9 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। हमारे शरीर में कई जटिल अंग होते हैं, जिनका ज्ञान हासिल करना कठिन हो सकता है, लेकिन ये अंग स्वास्थ्य के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। इनमें से एक है लिम्फ नोड्स, जो आकार में मटर के दाने के समान होते हैं, लेकिन शरीर को कई प्रकार से सुरक्षा प्रदान करते हैं। यद्यपि ये छोटे होते हैं, परंतु ये संक्रमण के लिए जोखिम भी उत्पन्न कर सकते हैं।
लिम्फ नोड्स शरीर के लिए अत्यंत आवश्यक हैं, क्योंकि ये प्रतिरक्षा प्रणाली का अभिन्न हिस्सा हैं। ये शरीर से निकलने वाले सफेद पानी जैसे पदार्थ, जिसे लसीका द्रव कहते हैं, को छानते हैं और उसमें से बैक्टीरिया और हानिकारक तत्वों को अलग करते हैं। जब शरीर में कोई संक्रमण या हानिकारक बैक्टीरिया होते हैं, तो लिम्फ उन्हें समाप्त करने का कार्य करते हैं और शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाते हैं।
इनका मुख्य कार्य लसीका द्रव को साफ करना है। साफ होने के बाद लसीका द्रव को रक्तप्रवाह में वापस भेजा जाता है। यह एक छन्नी की तरह कार्य करता है। यदि शरीर में संक्रमण रह जाता है, तो लिम्फ में हल्की सूजन आती है, जो संकेत देती है कि शरीर में कुछ समस्या है, लेकिन हर सूजन बीमारी का संकेत नहीं है। लिम्फ नोड्स केवल गर्दन में ही नहीं, बल्कि बगल, छाती और पेट में भी होते हैं। ये सभी मटर जैसे दाने 24 घंटे शरीर को बीमारियों से बचाने का कार्य करते हैं।
चूंकि लिम्फ नोड्स का ध्यान रखना आवश्यक है, इसलिए गर्म पानी का सेवन करना फायदेमंद होता है। गर्म पानी शरीर से टॉक्सिन निकालने में मदद करता है, जिससे हानिकारक बैक्टीरिया बाहर निकल जाते हैं। इसके साथ-साथ हल्दी और अदरक का सेवन भी किया जा सकता है। इन्हें काढ़े के रूप में लिया जा सकता है। हल्दी और अदरक दोनों ही एंटीबायोटिक्स से भरपूर होते हैं, जो शरीर को रोगों से रक्षा करते हैं।
मालिश और सिकाई करना भी लिम्फ नोड्स के लिए लाभकारी होता है। यदि लिम्फ नोड्स में दर्द या सूजन महसूस होती है, तो सेंक करने से आराम मिल सकता है। सेंक के लिए सूती कपड़े को तवे पर गर्म करके गर्दन पर लगाएं। लिम्फ नोड्स में सूजन के कारण कभी-कभी बुखार और निगलने में कठिनाई होती है। संतुलित आहार के माध्यम से भी इनका ध्यान रखा जा सकता है, जिसमें फल और प्रोटीन युक्त भोजन शामिल करना चाहिए, जिससे लिम्फ नोड्स को मजबूती मिलती है।