क्या सूरजमुखी सिर्फ खूबसूरत है या सेहत का खजाना भी?
सारांश
Key Takeaways
- सूरजमुखी औषधीय गुणों से भरपूर है।
- यह पाचन तंत्र को सुधारने में मदद करता है।
- त्वचा रोगों में इसका उपयोग लाभकारी है।
- दिल और थायराइड के लिए अच्छा है।
- सही मात्रा में सेवन फायदेमंद है।
नई दिल्ली, 5 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। सूरजमुखी (हेलियनथस एनुअस) केवल बगीचों की खूबसूरती नहीं बढ़ाता, बल्कि यह औषधीय गुणों से भरपूर स्वास्थ्य का एक अनमोल खजाना भी है। इसके सेवन से कई लाभ मिलते हैं।
आयुर्वेद में सूरजमुखी को 'सूर्यमुखी' कहा जाता है और इसके फूल, बीज, पत्ते और तेल का उपयोग सदियों से शारीरिक और मानसिक समस्याओं के समाधान के लिए किया जा रहा है।
भारत सरकार का आयुष मंत्रालय इस प्राकृतिक उपहार के बारे में जानकारी प्रदान करता है। सूरजमुखी के फूलों में ट्राइटरपीन ग्लाइकोसाइड जैसे तत्व होते हैं, जो बैक्टीरिया से लड़ने, दर्द कम करने और सूजन को घटाने में अत्यधिक प्रभावी हैं। इसके साथ ही, इसमें प्रचुर मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट भी होते हैं, जो दिल और थायराइड को स्वस्थ रखते हैं।
सूरजमुखी के फूलों के सेवन से कई फायदे मिलते हैं। यह जोड़ों के दर्द, गठिया और शरीर के जकड़न में राहत प्रदान करता है। यह कब्ज, पेट फूलना, गैस और कृमि की समस्याओं को दूर करने में सहायक है और पाचन तंत्र को मजबूत बनाता है। त्वचा के लिए भी सूरजमुखी एक वरदान है। इसके तेल का लेप या बीजों का सेवन फोड़े-फुंसी, खुजली और त्वचा रोगों में लाभकारी होता है।
आयुर्वेदाचार्य बताते हैं कि सूरजमुखी के पत्तों का काढ़ा या चाय बुखार को कम करने में मदद करती है। यह फूल दिल और थायराइड के लिए भी अच्छा है। एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होने के कारण यह हृदय रोग और थायराइड की समस्याओं में लाभ पहुंचाता है। सूरजमुखी के बीज में ओमेगा-6 फैटी एसिड, विटामिन ई, मैग्नीशियम, सेलेनियम और जिंक भी भरपूर मात्रा में होते हैं।
सूरजमुखी का तेल खाना पकाने में भी प्रयोग होता है और यह शरीर में अच्छे कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाने में मदद करता है। विशेषज्ञ सूरजमुखी के फूल के नियमित सेवन को अत्यंत लाभकारी मानते हैं। हालांकि, सेवन से पहले आयुर्वेदाचार्य की सलाह लेना आवश्यक है।