क्या योगी सरकार का अनूठा प्रयास वृद्धाश्रमों और सर्वोदय विद्यालयों में गूंजे योग के मंत्र?

सारांश
Key Takeaways
- योगी सरकार की पहल ने 75 जिलों में सामूहिक योगाभ्यास को प्रोत्साहित किया।
- बुजुर्गों और युवाओं के लिए योग के लाभों की जानकारी दी गई।
- कार्यक्रम में निरोग जीवन का संकल्प लिया गया।
- समाज कल्याण विभाग ने स्वास्थ्य को बढ़ावा देने के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाया।
- योग को जीवनशैली में शामिल करने पर जोर दिया गया।
लखनऊ, 21 जून (राष्ट्र प्रेस)। 11वें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर योगी सरकार के समाज कल्याण विभाग ने एक अनोखी पहल की है। प्रदेश के सभी 75 जिलों में स्थित वृद्धाश्रमों और जय प्रकाश नारायण सर्वोदय विद्यालयों में विशेष योग कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। इस बार की थीम “योगा फॉर वन अर्थ, वन हेल्थ” के तहत आयोजित इन कार्यक्रमों में बुजुर्गों, छात्र-छात्राओं और शिक्षकों ने सामूहिक योगाभ्यास में भाग लिया। योग प्रशिक्षकों ने योग के फायदों और जीवन में इसकी अहमियत पर जागरूकता फैलाने का कार्य किया, जिससे समाज के वंचित वर्गों को स्वस्थ और सशक्त बनाने की दिशा में एक मजबूत कदम बढ़ाया गया।
प्रदेश के सभी 75 जिलों में कार्यरत वृद्धाश्रमों में मौजूद 6,500 से अधिक बुजुर्गों ने इस अवसर पर योग विशेषज्ञों के निर्देशन में योगाभ्यास किया। वहीं, सर्वोदय विद्यालयों के विद्यार्थियों ने अपने शिक्षकों और प्रशिक्षकों के साथ मिलकर सामूहिक योग कर ‘निरोग जीवन’ का संकल्प लिया।
योगी सरकार का समाज कल्याण विभाग हर जिले में 150 क्षमता वाले वृद्धाश्रम का संचालन कर रही है। इस अवसर पर वाराणसी वृद्धाश्रम में बीएचयू के योग विशेषज्ञ विनोद कुमार पटेल ने सभी वृद्धजनों और स्टाफ को योग कराया और उन्हें नियमित योग के फायदों की जानकारी दी। महोबा के आधारशिला वृद्धाश्रम में योगाचार्य प्रेम नारायण स्वर्णकार ने विशेष सत्र का संचालन किया। बहराइच के अमीनपुर नगरौर वृद्धाश्रम में योगाचार्य अजय कुमार चौधरी, डॉ. राम गोपाल और अन्य विशेषज्ञों ने बुजुर्गों को आसान योगासन सिखाए। इस कार्यक्रम में जिला समाज कल्याण अधिकारी समेत कई अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित रहे। प्रशिक्षकों ने वृद्धजनों को प्रेरित किया कि वे हर दिन योग करें और स्वस्थ जीवन बिताएं।
योग दिवस के अवसर पर जय प्रकाश नारायण सर्वोदय विद्यालयों में भी योग कार्यक्रमों का आयोजन बड़े उत्साह के साथ किया गया। चकिया, चंदौली स्थित हेतिमपुर विद्यालय के शिक्षक, कर्मचारी और विद्यार्थियों ने सामूहिक योगाभ्यास किया। विद्यार्थियों ने प्राणायाम, सूर्य नमस्कार, वज्रासन, ताड़ासन जैसे योगासन किए। योग प्रशिक्षकों ने उन्हें एकाग्रता बढ़ाने, मानसिक तनाव को कम करने और जीवनशैली में अनुशासन लाने की विधियां बताईं। कार्यक्रम के दौरान सभी संस्थानों में योग को जीवनशैली में शामिल करने पर जोर दिया गया। प्रशिक्षकों ने बताया कि योग न केवल शरीर को लचीला और मजबूत बनाता है, बल्कि यह मन को भी शांत करता है। विशेष रूप से बुजुर्गों और किशोरों के लिए योग दीर्घकालिक स्वास्थ्य के लिए बेहद लाभकारी है।
समाज कल्याण विभाग के उपनिदेशक कृष्ण प्रसाद ने कहा कि योग दिवस विद्यार्थियों में आत्मविश्वास, अनुशासन और सेहत को बढ़ाने की दिशा में एक सशक्त पहल है। विभाग द्वारा कक्षा 6 से 12 तक 100 सर्वोदय विद्यालय संचालित किए जा रहे हैं, जिनमें आवासीय सुविधा, गुणवत्तापरक शिक्षा और जेईई और नीट जैसी प्रतियोगी परीक्षाओं की निःशुल्क कोचिंग भी उपलब्ध है।
योगी सरकार की कोशिश है कि योग को जन-जन तक पहुंचाया जाए और इसे रोजमर्रा की दिनचर्या में शामिल किया जाए। अंतरराष्ट्रीय योग दिवस जैसे आयोजनों के माध्यम से सरकार यह सुनिश्चित कर रही है कि समाज के हर वर्ग तक स्वास्थ्य और जागरूकता का संदेश पहुंचे। योग दिवस पर प्रदेश भर में समाज कल्याण विभाग की यह पहल न केवल बुजुर्गों को आत्मबल और स्वास्थ्य प्रदान कर रही है, बल्कि विद्यार्थियों को एक सकारात्मक और अनुशासित जीवन की ओर भी प्रेरित कर रही है।