क्या बांग्लादेश में आम चुनाव रोकने से गंभीर दुष्परिणाम हो सकते हैं?

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क्या बांग्लादेश में आम चुनाव रोकने से गंभीर दुष्परिणाम हो सकते हैं?

सारांश

बांग्लादेश की राजनीतिक स्थिति गंभीर मोड़ पर है। अवामी लीग ने चुनाव रोकने की चेतावनी दी है, जिससे अनेक दुष्परिणाम सामने आ सकते हैं। क्या यह स्थिति देश की आर्थिकी और लोकतंत्र को प्रभावित करेगी? जानें इस महत्वपूर्ण विषय पर क्या हो सकता है।

Key Takeaways

  • बांग्लादेश में राजनीतिक उथल-पुथल चल रही है।
  • अवामी लीग ने चुनाव रोकने की चेतावनी दी है।
  • एनआईडी ब्लॉक होने के कारण कई नेताओं को वोट डालने से रोका गया है।
  • आर्थिक और सामाजिक संकट की आशंका है।
  • हिंसा की घटनाएँ बढ़ सकती हैं।

नई दिल्ली, 19 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। बांग्लादेश में इन दिनों राजनीतिक उथल-पुथल मची हुई है। एक ओर हसीना को मौत की सजा सुनाई गई है, जबकि दूसरी ओर यूनुस के साथी उनके खिलाफ होते नजर आ रहे हैं। जमात और बीएनपी ने यूनुस के खिलाफ मोर्चा खोला है। देश में अगले साल आम चुनाव होने जा रहा है। इन सबके बीच, अवामी लीग ने आगामी चुनाव रोकने की चेतावनी दी है। आइए जानते हैं कि चुनाव रोकने के क्या दुष्परिणाम हो सकते हैं।

बांग्लादेश में चुनाव रोकने से कई राजनीतिक, आर्थिक और सामाजिक दुष्परिणाम सामने आ सकते हैं। विपक्षी दलों और सत्तापक्ष के बीच तनाव बढ़ने की संभावना है। हालात को देखते हुए हिंसा की घटनाएँ भी हो सकती हैं। लोकतांत्रिक संस्थाओं की विश्वसनीयता और बांग्लादेश की छवि को भी नुकसान पहुंचेगा। आर्थिक दृष्टि से भी इसका नुकसान झेलना पड़ सकता है।

कोई भी विदेशी कंपनी या अन्य देश व्यापार हेतु निवेश करने से कतराएंगे। इसके परिणामस्वरूप अंतर्राष्ट्रीय दबाव के साथ ही सामाजिक तनाव भी बढ़ सकता है।

यूनुस की अंतरिम सरकार ने अवामी लीग को चुनाव लड़ने से प्रतिबंधित किया है। ऐसे में अवामी लीग के सदस्य और शेख हसीना के बेटे सजीब वाजेद ने चुनाव रोकने की चेतावनी दी है।

बांग्लादेशी मीडिया के अनुसार, बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना और उनके परिवार के कई सदस्य अगले साल होने वाले चुनाव में वोट नहीं डाल सकेंगे। उनके राष्ट्रीय पहचान पत्र (एनआईडी) कार्ड ब्लॉक कर दिए गए हैं।

कुछ समय पहले निर्वाचन आयोग के वरिष्ठ सचिव अख्तर अहमद ने जानकारी दी थी कि जिन लोगों का एनआईडी ब्लॉक है, वे विदेश से वोट नहीं डाल सकेंगे। जिन लोगों ने मुकदमों या अन्य कारणों से देश छोड़ा है, वे वोट डाल सकते हैं, बशर्ते उनका एनआईडी ब्लॉक न हो।

उन्होंने बताया कि विदेश से वोट देने के लिए एनआईडी नंबर के साथ ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करना होगा। पासपोर्ट से यह प्रक्रिया पूरी नहीं हो सकेगी। यदि किसी का एनआईडी ब्लॉक है, तो वे रजिस्टर नहीं कर सकते और वोट नहीं डाल पाएंगे। केवल एनआईडी के साथ रजिस्टर करने वालों को ही यह मौका मिलेगा।

जब उनसे पूछा गया कि क्या शेख हसीना वोट दे पाएंगी, तो उन्होंने कहा, "वह वोट नहीं दे पाएंगी, क्योंकि उनका एनआईडी ब्लॉक कर दिया गया है।"

दूसरी ओर, जुलाई चार्टर को चुनाव से पहले लागू करने को लेकर बांग्लादेश जमात-ए-इस्लामी पार्टी और बीएनपी ने यूनुस के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। गाजीपुर सीट बहाल करने को लेकर भी अलग-अलग विरोध प्रदर्शन देखे गए हैं।

Point of View

मेरा मानना है कि बांग्लादेश की वर्तमान राजनीतिक स्थिति गंभीर है। चुनाव के बिना लोकतंत्र की बुनियाद कमजोर हो जाएगी और इससे देश की आर्थिकी और सामाजिक स्थिरता पर नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। सभी राजनीतिक दलों को एक साथ मिलकर समाधान निकालना चाहिए।
NationPress
19/11/2025

Frequently Asked Questions

बांग्लादेश में चुनाव क्यों रोका जा रहा है?
चुनाव रोकने का कारण राजनीतिक तनाव और अवामी लीग का चुनाव लड़ने से प्रतिबंधित होना है।
क्या शेख हसीना वोट दे पाएंगी?
नहीं, शेख हसीना का एनआईडी ब्लॉक किया गया है, इसलिए वह वोट नहीं डाल पाएंगी।
यूनुस की अंतरिम सरकार का क्या प्रभाव है?
यूनुस की अंतरिम सरकार ने अवामी लीग को चुनाव लड़ने से रोका है, जिससे स्थिति और भी बिगड़ सकती है।
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