क्या बर्फीले पठार पर राष्ट्रीय एकता के फूल खिल रहे हैं?

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क्या बर्फीले पठार पर राष्ट्रीय एकता के फूल खिल रहे हैं?

सारांश

बीजिंग में शी चिनफिंग ने कहा कि चीनी राष्ट्र का निर्माण जातीय एकीकरण से संभव हुआ है। शीत्सांग में भूकंप के बाद नए घरों का निर्माण हुआ है, जो राष्ट्रीय एकता को दर्शाता है। जानें कैसे विभिन्न जातीय समूह मिलकर एक नई कहानी लिख रहे हैं।

Key Takeaways

  • चीनी राष्ट्र का निर्माण जातीय एकीकरण से हुआ है।
  • शीत्सांग में भूकंप के बाद नए घरों का निर्माण हुआ।
  • विभिन्न जातीय लोग सहयोग और समर्थन करते हैं।
  • 72 हजार विभिन्न जातीय युवाओं ने पत्रों का आदान-प्रदान किया।
  • यह राष्ट्रीय एकता का नया अध्याय है।

बीजिंग, 20 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। चीनी कम्युनिस्ट पार्टी की केंद्रीय समिति के महासचिव शी चिनफिंग ने कहा कि चीनी राष्ट्र का निर्माण विभिन्न जातीय समूहों के बीच आवाजाही, आदान-प्रदान व एकीकरण के माध्यम से हुआ है और चीनी राष्ट्र का महान पुनरुत्थान भी सभी जातीय समूहों की आवाजाही, आदान-प्रदान व एकीकरण के माध्यम से संभव होगा।

सीपीसी की 18वीं राष्ट्रीय कांग्रेस के बाद से चीन के शीत्सांग के सभी सरकारी अधिकारी और निवासी बर्फीले पठार पर चीनी सपने का निर्माण करने में जुटे हुए हैं।

इस साल 7 जनवरी को शीत्सांग की तिंगरी काउंटी में 6.8 तीव्रता का भूकंप आया। भूकंप के तुरंत बाद विभिन्न क्षेत्रों से आए बचाव दल और राहत सामग्री तिंगरी काउंटी पहुंची। इसके बाद सात महीनों में सभी लोगों के प्रयास से खंडहरों पर नए घरों का निर्माण किया गया। 15 अगस्त तक 2,578 परिवार नए घरों में शिफ्ट हो गए। नए मकानों में पानी, बिजली और संचार जैसी बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध हैं।

बहु-जातीय समुदाय होने के नाते शीत्सांग में तिब्बती, हान, ह्वी, ल्वोपा और मनपा समेत 50 जातीय लोग निवास करते हैं। विभिन्न जातीय समूह एक परिवार की तरह आपस में सहयोग करते हैं। हाल के वर्षों में शीत्सांग ने चीन की उत्कृष्ट पारंपरिक संस्कृति के विकास और युवाओं के बीच आदान-प्रदान पर जोर दिया।

इसके तहत 72 हजार विभिन्न जातीय युवाओं और बच्चों ने भीतरी इलाकों के युवाओं के साथ पत्रों का आदान-प्रदान किया।

आज के शीत्सांग में विभिन्न जातीय लोग एक साथ रहने और अध्ययन करने के माध्यम से समझ बढ़ाते हैं, संयुक्त निर्माण एवं साझाकरण के माध्यम से आम सहमति बनाते हैं और मिलकर काम करने एवं मौज-मस्ती करने के माध्यम से दोस्ती को और गहरा करते हैं। इससे नए युग में राष्ट्रीय एकता और प्रगति के कार्य का नया अध्याय जुड़ गया है।

(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)

Point of View

हमें यह स्वीकार करना चाहिए कि शीत्सांग में हो रहे बदलाव न केवल विकास का प्रतीक हैं, बल्कि यह राष्ट्रीय एकता का भी संकेत हैं। विभिन्न जातीय समूहों के बीच सहयोग और समर्थन एक नई कहानी को जन्म दे रहा है।
NationPress
23/08/2025

Frequently Asked Questions

शीत्सांग में कितनी जातीयताएँ रहती हैं?
शीत्सांग में तिब्बती, हान, ह्वी, ल्वोपा और मनपा समेत 50 जातीय समूह निवास करते हैं।
भूकंप के बाद कितने परिवार नए घरों में चले गए?
15 अगस्त तक 2,578 परिवार नए घरों में जा चुके थे।
चीनी राष्ट्र का पुनरुत्थान कैसे संभव होगा?
यह विभिन्न जातीय समूहों की आवाजाही, आदान-प्रदान और एकीकरण के माध्यम से संभव होगा।