क्या भारत और बहरीन के बीच समुद्री व्यापार और रक्षा सहयोग बढ़ रहा है?
सारांश
Key Takeaways
- भारत और बहरीन के बीच समुद्री व्यापार बढ़ रहा है।
- प्रवासी भारतीयों की संख्या दोनों देशों के रिश्ते को मजबूत बनाती है।
- रक्षा सहयोग में समुद्री सुरक्षा और आतंकवाद रोधी सहयोग शामिल हैं।
- द्विपक्षीय व्यापार में लगातार वृद्धि हो रही है।
- स्वास्थ्य के क्षेत्र में सहयोग बढ़ रहा है।
नई दिल्ली, 8 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। भारत और बहरीन का राजनीतिक, आर्थिक और रक्षा सहयोग पुराना है। समुद्री व्यापार दोनों देशों के बीच निरंतर जारी है। बहरीन में भारतीय प्रवासियों की संख्या अधिक है, जो इन रिश्तों की मजबूती को दर्शाती है।
बहरीन का कुल क्षेत्रफल 780 वर्ग किलोमीटर है और यहाँ की जनसंख्या 1,823,725 है। यह छोटा द्वीपीय देश फारस की खाड़ी में स्थित है। भारत के लिए पश्चिम एशिया ऊर्जा, व्यापार और सुरक्षा के दृष्टिकोण से बहुत महत्वपूर्ण है, और बहरीन इस क्षेत्र में भारत का विश्वसनीय साझेदार है।
भारत और बहरीन के बीच व्यापार में लगातार वृद्धि हो रही है। भारत, बहरीन से कच्चा तेल, पेट्रोलियम उत्पाद, एल्युमिनियम, मशीनरी, वाहन, बासमती चावल, लोहा, इस्पात, डेयरी उत्पाद, मसाले, फार्मास्यूटिकल्स, वस्त्र और बिजली के उपकरण इत्यादि का आयात करता है।
वहीं, भारत बहरीन को मशीनरी, इलेक्ट्रिकल सामान, खाद्य एवं कृषि उत्पाद, दवाइयां, स्टील उत्पाद, आभूषण, इंजीनियरिंग सामान और एफएमसीजी उत्पाद निर्यात करता है।
दुनिया के इस व्यापार में अरबों डॉलर का लेन-देन हो रहा है। दोनों देश निवेश को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग बढ़ा रहे हैं। हाल ही में, इलेक्ट्रॉनिक्स, पेट्रोलियम उत्पाद और जेम्स एंड ज्वैलरी में व्यापार बढ़ाने की संभावनाओं पर चर्चा की गई।
रक्षा सहयोग के क्षेत्र में भी भारत और बहरीन सहयोग कर रहे हैं। समुद्री सुरक्षा, आतंकवाद रोधी सहयोग, खाड़ी क्षेत्र में स्थिरता और रक्षा आदान-प्रदान पर दोनों देश मिलकर कार्य कर रहे हैं।
हाल ही में, भारत और बहरीन के बीच द्विपक्षीय व्यापार 1.64 बिलियन अमेरिकी डॉलर तक पहुंच गया है। दोनों देशों के बीच स्वास्थ्य के क्षेत्र में भी सहयोग बढ़ रहा है।
भारत और बहरीन रक्षा, सुरक्षा, आर्थिक, व्यापार, स्वास्थ्य, अंतरिक्ष, और सांस्कृतिक संबंधों में सहयोग को मजबूत करने की दिशा में काम कर रहे हैं।