क्या इजराइल-ईरान संघर्ष के बीच भारत ने नई सुरक्षा एडवाइजरी जारी की?

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क्या इजराइल-ईरान संघर्ष के बीच भारत ने नई सुरक्षा एडवाइजरी जारी की?

सारांश

इजराइल और ईरान के बीच बढ़ते संघर्ष के बीच भारत ने अपने नागरिकों के लिए नई सुरक्षा एडवाइजरी जारी की है। दूतावास ने नागरिकों को सतर्क रहने की सलाह दी है और आवश्यक संपर्क जानकारी प्रदान की है। यह जानकारी इजरायल के प्रधानमंत्री नेतन्याहू द्वारा भारत के प्रधानमंत्री मोदी को दी गई थी।

Key Takeaways

  • ईरान और इजरायल के बीच बढ़ता तनाव
  • भारतीय दूतावास द्वारा जारी सुरक्षा एडवाइजरी
  • सतर्क रहने और सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन करने की सलाह
  • प्रधानमंत्री मोदी और नेतन्याहू के बीच बातचीत
  • 'ऑपरेशन राइजिंग लायन' की घोषणा

नई दिल्ली, 14 जून (राष्ट्र प्रेस)। ईरान और इजरायल के बीच तनाव लगातार बढ़ रहा है। इस संदर्भ में, इजरायल में स्थित भारतीय दूतावास ने शनिवार को वहां रहने वाले भारतीय नागरिकों के लिए एक नई सुरक्षा एडवाइजरी जारी की।

दूतावास ने किसी भी आपात स्थिति में संपर्क करने के लिए टेलीफोन नंबर +972-54-7520711 और +972-54-3278392, साथ ही ईमेल cons1.telaviv@mea.gov.in प्रदान किया है।

भारतीय दूतावास ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक सूचना साझा की है जिसमें कहा गया है कि मौजूदा हालात को देखते हुए इजरायल में रहने वाले सभी भारतीय नागरिकों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है। उन्हें इजरायली अधिकारियों और होम फ्रंट कमांड द्वारा जारी सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन करने के लिए कहा गया है।

इस एडवाइजरी में भारतीय नागरिकों से यह भी आग्रह किया गया है कि वे जोखिम से बचें, देश के भीतर सभी अनावश्यक यात्राओं से दूर रहें और निर्दिष्ट सुरक्षा आश्रयों के निकट रहें।

दूतावास ने यह भी कहा है, "हम भारतीय नागरिकों की सुरक्षा और भलाई के लिए उभरती स्थिति पर नज़र रख रहे हैं।"

इससे पहले शुक्रवार को इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से संपर्क किया और उन्हें ईरान के खिलाफ इजरायल डिफेंस फोर्सेज (आईडीएफ) द्वारा शुरू किए गए सैन्य अभियान के बारे में जानकारी दी।

फोन कॉल के बाद पीएम मोदी ने एक्स पर लिखा, "इजरायल के प्रधानमंत्री नेतन्याहू का फोन आया। उन्होंने मुझे हालात के बारे में जानकारी दी। मैंने भारत की चिंताओं को साझा किया और क्षेत्र में शांति और स्थिरता की शीघ्र बहाली की आवश्यकता पर बल दिया।"

नेतन्याहू के कार्यालय ने कहा कि उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी सहित विश्व के अन्य नेताओं से भी बात की।

इजरायल के प्रधानमंत्री कार्यालय के एक बयान में कहा गया है, "प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने जर्मन चांसलर, भारतीय प्रधानमंत्री और फ्रांसीसी राष्ट्रपति से बात की है। वह अमेरिकी राष्ट्रपति (डोनाल्ड) ट्रंप, रूसी राष्ट्रपति (ब्लादिमीर) पुतिन और ब्रिटिश प्रधानमंत्री से भी संपर्क करेंगे।"

इसमें कहा गया है, "नेताओं ने ईरान के विनाश के खतरे को ध्यान में रखते हुए इजरायल की रक्षा आवश्यकताओं के प्रति सहानुभूति दिखाई। प्रधानमंत्री ने कहा कि वह आने वाले दिनों में उनसे संपर्क में रहेंगे।"

इससे पहले शुक्रवार को नेतन्याहू ने आधिकारिक तौर पर 'ऑपरेशन राइजिंग लायन' की शुरुआत की घोषणा की, जो इजरायल की सुरक्षा के लिए ईरान के परमाणु खतरे को समाप्त करने के लिए एक लक्षित सैन्य अभियान है।

Point of View

यह स्पष्ट है कि भारत हमेशा अपने नागरिकों की सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्ध है। इजराइल-ईरान संघर्ष की जटिलता को समझते हुए, हमें अपनी सुरक्षा नीति को मजबूत करना चाहिए।
NationPress
19/06/2025

Frequently Asked Questions

भारत की सुरक्षा एडवाइजरी में क्या शामिल है?
भारत की सुरक्षा एडवाइजरी में भारतीय नागरिकों को सतर्क रहने, अनावश्यक यात्राओं से बचने और सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन करने की सलाह दी गई है।
इजराइल-ईरान संघर्ष का भारत पर क्या प्रभाव है?
इजराइल-ईरान संघर्ष का भारत पर प्रभाव हो सकता है, विशेषकर वहां रहने वाले भारतीय नागरिकों की सुरक्षा के संदर्भ में।