क्या चीन ने जापानी नागरिक इवासाकी शिगेरु पर प्रतिबंध लगाने का निर्णय लिया?
सारांश
Key Takeaways
- इवासाकी शिगेरु पर चीन ने प्रतिबंध लगाया है।
- चीन की राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरे में डाला गया है।
- प्रतिबंध 15 दिसंबर 2025 से लागू होंगे।
- उनकी संपत्तियां जाम की जाएंगी।
- व्यापार और सहयोग पर पाबंदी लगाई जाएगी।
बीजिंग, 15 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। चीनी विदेश मंत्रालय ने सोमवार को निर्णय लिया है कि जापानी नागरिक इवासाकी शिगेरु पर प्रतिबंध लगाया जाएगा।
सूत्रों के अनुसार, इवासाकी शिगेरु पूर्व में जापान के आत्मरक्षा दल के चीफ ऑफ स्टाफ रह चुके हैं। उनका जन्म 3 फरवरी 1953 को हुआ था। उन्होंने थाईवान की स्वतंत्रता के समर्थकों के साथ खुलकर साठगांठ की, एक चीन नीति तथा चीन-जापान चार राजनीतिक दस्तावेजों के सिद्धांतों का गंभीर उल्लंघन किया, चीन के आंतरिक मामलों में गंभीर हस्तक्षेप किया और चीन की राष्ट्रीय प्रभुसत्ता तथा प्रादेशिक अखंडता को गंभीर नुकसान पहुँचाया।
चीन लोक गणराज्य के विदेशी प्रतिबंध विरोधी कानून के अनुच्छेद 3, 4, 5, 6, 9 और 15 के अनुसार, चीन ने इवासाकी शिगेरु पर निम्नलिखित प्रतिबंध लागू करने का निर्णय लिया है।
पहला, चीन में उनकी चल संपत्ति, अचल संपत्ति और अन्य सभी संपत्तियां जाम की जाएंगी।
दूसरा, चीन में सभी संगठनों और व्यक्तियों द्वारा उनके साथ व्यापार और सहयोग आदि गतिविधियों पर पाबंदी लगाई जाएगी।
तीसरा, उन्हें वीजा जारी नहीं किया जाएगा और उन्हें चीन (हांगकांग और मकाओ सहित) में प्रवेश की अनुमति नहीं मिलेगी।
यह निर्णय 15 दिसंबर 2025 को प्रभावी होगा।
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)