क्या चीन ने संयुक्त राष्ट्र पर केंद्रित अंतर्राष्ट्रीय व्यवस्था को बनाए रखने का आह्वान किया?

सारांश
Key Takeaways
- संयुक्त राष्ट्र पर केंद्रित अंतर्राष्ट्रीय व्यवस्था का महत्व
- अंतर्राष्ट्रीय कानून का पालन करना आवश्यक है
- सभी देशों की संप्रभुता का सम्मान करना चाहिए
- अंतरराष्ट्रीय समुदाय को एकजुट होना चाहिए
- वैश्विक शासन प्रणाली को सुधारने की जरूरत
बीजिंग, 21 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। संयुक्त राष्ट्र में चीन के उपस्थायी प्रतिनिधि कंग शुआंग ने कहा कि वर्तमान में चल रही अंतर्राष्ट्रीय अशांति के बीच, अंतर्राष्ट्रीय समुदाय को संयुक्त राष्ट्र पर केंद्रित अंतर्राष्ट्रीय व्यवस्था और अंतर्राष्ट्रीय कानून पर आधारित ढांचे को बनाए रखने की आवश्यकता है। उन्होंने संयुक्त राष्ट्र चार्टर के उद्देश्यों और सिद्धांतों पर आधारित अंतरराष्ट्रीय संबंध के मूल मानदंडों को सहेजने का आह्वान किया।
80वीं संयुक्त राष्ट्र महासभा की छठी समिति के एक सम्मेलन में बोलते हुए, कंग शुआंग ने बताया कि यह वर्ष विश्व फासीवाद विरोधी युद्ध की विजय की 80वीं वर्षगांठ और संयुक्त राष्ट्र की स्थापना की 80वीं वर्षगांठ का भी प्रतीक है, जो इतिहास को स्मरण करने और भविष्य के निर्माण का एक महत्वपूर्ण क्षण है।
चार्टर ने युद्धोत्तर अंतर्राष्ट्रीय व्यवस्था की नींव रखी, समकालीन अंतर्राष्ट्रीय कानून का आधार प्रदान किया और संयुक्त राष्ट्र की मूल आकांक्षा और मिशन को आगे बढ़ाया।
कंग शुआंग ने कहा कि हाल ही में चीन ने एक वैश्विक शासन पहल प्रस्तुत की है, जिसमें संप्रभु समानता, अंतर्राष्ट्रीय कानून का शासन, बहुपक्षवाद, जन-केंद्रित दृष्टिकोण और व्यावहारिक परिणामों की प्राप्ति का आह्वान किया गया है। चीन सभी पक्षों के साथ चार्टर के उद्देश्यों और सिद्धांतों को बनाए रखने के लिए तैयार है, ताकि एक अधिक न्यायसंगत और समतापूर्ण वैश्विक शासन प्रणाली का निर्माण किया जा सके।
कंग शुआंग ने यह भी कहा कि अंतर्राष्ट्रीय शांति और सुरक्षा बनाए रखना सभी देशों द्वारा चार्टर के प्रति एक गंभीर प्रतिबद्धता है। अंतर्राष्ट्रीय समुदाय को संप्रभुता, स्वतंत्रता और प्रादेशिक अखंडता का सम्मान करते हुए, साझा, व्यापक, सहयोगात्मक और सतत सुरक्षा की अवधारणा को बनाए रखना चाहिए। विवादों का शांतिपूर्ण समाधान होना चाहिए और जानबूझकर बल प्रयोग या बल प्रयोग की धमकी का विरोध किया जाना चाहिए।
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)