क्या चीनी रक्षा मंत्रालय ने थाइवान को अमेरिकी हथियारों की बिक्री पर प्रतिक्रिया दी?
सारांश
Key Takeaways
- चीनी रक्षा मंत्रालय ने थाइवान को अमेरिकी हथियारों की बिक्री पर कड़ा विरोध जताया है।
- इस बिक्री को एक-चीन सिद्धांत का उल्लंघन माना गया है।
- ज्यांग शियाओकांग ने इसे चीन की संप्रभुता के लिए गंभीर खतरा बताया है।
- अमेरिका को चेतावनी दी गई है कि वह थाइवान को हथियार देने का कार्य तुरंत बंद करे।
बीजिंग, 18 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। चीनी रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता ज्यांग शियाओकांग ने 17 नवंबर को थाइवान को अमेरिका द्वारा हथियारों की बिक्री के बारे में पत्रकारों के प्रश्नों के उत्तर दिए।
रिपोर्टों के अनुसार, अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने थाइवान को लगभग 33 करोड़ डॉलर के हथियारों की बिक्री की मंजूरी दी है, जिसमें संबंधित विमान मॉडलों के लिए गैर-मानक विमान पुर्जे और रखरखाव सेवाएं शामिल हैं।
इस चर्चा में ज्यांग शियाओकांग ने कहा कि थाइवान को अमेरिकी हथियारों की बिक्री एक-चीन सिद्धांत और तीन चीन-अमेरिका संयुक्त विज्ञप्तियों का गंभीर उल्लंघन है। यह चीन के आंतरिक मामलों में घोर हस्तक्षेप है, चीन की संप्रभुता और सुरक्षा हितों को नुकसान पहुंचाता है, और 'थाइवान स्वतंत्रता' के अलगाववादी तत्वों को गंभीर रूप से गलत संकेत देता है। हम इस पर अपना कड़ा असंतोष और दृढ़ विरोध व्यक्त करते हैं और अमेरिका के समक्ष गंभीर विरोध दर्ज कराया है।
ज्यांग शियाओकांग ने इस बात पर जोर दिया कि थाइवान स्वतंत्रता का समर्थन करने के लिए बल का प्रयोग केवल उलटा असर करेगा, और चीन को नियंत्रित करने के लिए थाइवान का उपयोग करना सफल नहीं होगा। हम अमेरिका से आग्रह करते हैं कि वह थाइवान को हथियार देने के अपने घृणित कृत्य को तुरंत बंद करे तथा दोनों देशों और उनकी सेनाओं के बीच संबंधों के विकास को प्रभावित करने से बचे।
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)