क्या चीन और भारत ने सीमांत मामले पर सलाह-मशविरे कार्य तंत्र की 34वीं बैठक की?

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क्या चीन और भारत ने सीमांत मामले पर सलाह-मशविरे कार्य तंत्र की 34वीं बैठक की?

सारांश

चीन और भारत के बीच सीमा विवाद को सुलझाने के लिए 34वीं बैठक का आयोजन किया गया, जहाँ दोनों पक्षों ने सीमा मुद्दों पर गहन चर्चा की। इस बैठक में हुई सहमति से सीमांत शांति बनाए रखने की उम्मीद बढ़ी है। जानें इस महत्वपूर्ण बैठक की खास बातें।

Key Takeaways

  • चीन-भारत सीमा विवाद पर गहन चर्चा
  • विशेष प्रतिनिधियों की बैठक की तैयारी
  • सीमांत क्षेत्र में शांति बनाए रखने पर सहमति
  • सभी सुरक्षा मुद्दों पर सहयोग
  • कूटनीतिक और सैन्य संपर्क बनाए रखना

बीजिंग, २४ जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। चीनी विदेश मंत्रालय के सीमा एवं समुद्र मामलों के विभाग के निदेशक होंग ल्यांग ने नई दिल्ली में भारतीय विदेश मंत्रालय के पूर्वी एशिया विभाग के संयुक्त सचिव गौरंगलाल दास के साथ दोनों देशों के सीमा मामलों पर सलाह और समन्वय कार्य तंत्र की 34वीं बैठक की अध्यक्षता की।

बैठक में दोनों देशों के विदेश मंत्रालय, रक्षा मंत्रालय और आव्रजन विभाग के प्रतिनिधि शामिल हुए।

दोनों देशों के नेताओं की महत्वपूर्ण समानताओं के अनुसार, दोनों पक्षों ने मुख्यतः चीन-भारत सीमा मुद्दे पर विशेष प्रतिनिधियों की २३वीं बैठक की उपलब्धियों को लागू करने पर विस्तृत चर्चा की और विशेष प्रतिनिधियों की २४वीं बैठक के लिए अच्छी तैयारी पर सहमति व्यक्त की।

दोनों पक्षों ने पिछले वर्ष से सीमांत स्थिति के नियंत्रण में प्राप्त प्रगति का सकारात्मक मूल्यांकन किया और सीमा वार्ता, सीमांत क्षेत्र के नियंत्रण एवं प्रबंधन, व्यवस्था निर्माण, सीमापार आवाजाही एवं सहयोग जैसे मुद्दों पर ईमानदारी से विचार-विमर्श किया।

दोनों पक्ष कूटनीतिक और सैन्य माध्यमों से संपर्क बनाए रखते हुए सीमांत क्षेत्र में शांति और सुरक्षा की रक्षा करने पर सहमत हुए।

चीनी प्रतिनिधिमंडल ने नई दिल्ली में ठहरने के दौरान भारतीय विदेश सचिव विक्रम मिस्री से भी मुलाकात की।

(स्रोत- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)

Point of View

दोनों पक्षों ने बातचीत के माध्यम से समस्याओं का समाधान खोजने का प्रयास किया है। इस तरह की बैठकें दोनों देशों के लिए आवश्यक हैं।
NationPress
25/07/2025

Frequently Asked Questions

चीन और भारत के बीच बैठक का मुख्य उद्देश्य क्या था?
इस बैठक का मुख्य उद्देश्य सीमा विवादों पर सलाह-मशविरे और समन्वय को बढ़ावा देना था।
क्या बैठक में कोई सहमति बनी?
हाँ, दोनों पक्षों ने सीमा मामलों पर सहयोग और संवाद को जारी रखने पर सहमति जताई।