क्या चीन ने संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद में बाधा-मुक्त प्रस्ताव प्रस्तुत किया?

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क्या चीन ने संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद में बाधा-मुक्त प्रस्ताव प्रस्तुत किया?

सारांश

चीन ने संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद में "सभी के लिए मानवाधिकारों को बढ़ाने के लिए बाधा-मुक्त निर्माण" का प्रस्ताव पेश किया। यह प्रस्ताव अंतरराष्ट्रीय मंच पर चीन की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। जानिए यह प्रस्ताव क्या है और इसे कैसे स्वीकार किया गया!

Key Takeaways

  • चीन का मानवाधिकारों के प्रति प्रतिबद्धता दर्शाता है।
  • बाधा-मुक्त निर्माण के लिए प्रस्ताव प्रस्तुत किया गया।
  • 30 देशों का समर्थन महत्वपूर्ण है।
  • संयुक्त राष्ट्र में पहली बार ऐसा प्रस्ताव पेश हुआ है।
  • वैश्विक स्तर पर सहयोग की आवश्यकता पर जोर दिया गया।

बीजिंग, 30 जून (राष्ट्र प्रेस)। संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद में चीन द्वारा प्रस्तुत "सभी के लिए मानवाधिकारों को बढ़ाने के लिए बाधा-मुक्त निर्माण" शीर्षक वाला प्रस्ताव राष्ट्रीय बाधा-मुक्त पर्यावरण प्रदर्शनी हॉल में छह आधिकारिक भाषाओं में प्रदर्शित किया गया।

इस प्रस्ताव की प्रदर्शनी के लिए जिनेवा में चीनी स्थायी प्रतिनिधिमंडल और जिनेवा व पेइचिंग में विकलांगों के लिए चीन स्वयंसेवक संघ ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए एक विशेष समारोह आयोजित किया।

इस अवसर पर, जिनेवा में संयुक्त राष्ट्र कार्यालय और स्विट्जरलैंड में अन्य अंतर्राष्ट्रीय संगठनों में चीन के स्थायी प्रतिनिधि, छन श्यू ने रेखांकित किया कि चीन ने विभिन्न मंचों के माध्यम से वैश्विक बाधा-मुक्त कार्य के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। उन्होंने बताया कि मानवाधिकार परिषद में संयुक्त भाषणों, साइड बैठकों, प्रस्तावों और प्रदर्शनियों जैसे उपायों से चीन ने इस क्षेत्र में अपने अनुभव और ज्ञान को साझा किया है।

छन श्यू ने आगे कहा कि बाधा-मुक्त क्षेत्र में चीन की अवधारणाएं, कानून और उनके व्यावहारिक कार्यान्वयन दुनिया में अग्रणी रहे हैं। यह भी बताया गया कि अक्टूबर 2024 में, संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद के 57वें सत्र में चीन द्वारा प्रस्तुत इस प्रस्ताव को सर्वसम्मति से पारित किया गया था। यह प्रस्ताव कैमरून, होंडुरास, पाकिस्तान और तुर्की सहित 30 देशों के समर्थन से पेश किया गया था और यह संयुक्त राष्ट्र के इतिहास में अपनी तरह का पहला बाधा-मुक्त विषयगत प्रस्ताव है।

(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)

Point of View

चीन ने वैश्विक स्तर पर मानवाधिकारों के प्रति अपने दृष्टिकोण को मजबूती से प्रस्तुत किया है। यह एक सकारात्मक कदम है, जो न केवल चीन के लिए, बल्कि वैश्विक समुदाय के लिए भी लाभकारी हो सकता है।
NationPress
21/07/2025

Frequently Asked Questions

इस प्रस्ताव का मुख्य उद्देश्य क्या है?
इस प्रस्ताव का मुख्य उद्देश्य सभी के लिए मानवाधिकारों को बढ़ावा देने के लिए एक बाधा-मुक्त वातावरण बनाना है।
कौन से देशों ने इस प्रस्ताव का समर्थन किया?
इस प्रस्ताव का समर्थन 30 देशों ने किया, जिनमें कैमरून, होंडुरास, पाकिस्तान और तुर्की शामिल हैं।