क्या इमरान खान की बहनें फिर से धरने पर बैठ गईं? अलीमा बोलीं- 'जहां रोकोगे, वहीं बैठेंगे, हमारे पास कंबल है'

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क्या इमरान खान की बहनें फिर से धरने पर बैठ गईं? अलीमा बोलीं- 'जहां रोकोगे, वहीं बैठेंगे, हमारे पास कंबल है'

सारांश

पाकिस्तान की राजनीति में tumultuous हालात हैं। इमरान खान की बहनें, अपने समर्थकों के साथ फिर से धरने पर बैठ गईं हैं, जहाँ उनकी मांग है कि पूर्व प्रधानमंत्री से कोर्ट के आदेश के मुताबिक मुलाकात कराई जाए। क्या यह संघर्ष नए मोड़ लेगा?

Key Takeaways

  • इमरान खान की बहनें राजनीतिक संघर्ष में सक्रिय हैं।
  • कोर्ट का आदेश पालन नहीं किया जा रहा है।
  • धरने में पार्टी कार्यकर्ताओं की संख्या बहुत अधिक थी।
  • अलीमा खान ने कंबल और गर्म कपड़े लाए हैं।
  • यह धरना हर मंगलवार को होता है।

रावलपिंडी, 16 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। पाकिस्तान की राजनीति इस समय कठिनाई का सामना कर रही है। पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ लगातार हुक्मरानों को चुनौती दे रहा है। पार्टी के संस्थापक और पूर्व प्रधानमंत्री से मिलने की मांग सड़क पर पहुंच चुकी है। पिछले कुछ हफ्तों से जोरदार संघर्ष जारी है। पक्ष-प्रतिपक्ष एक-दूसरे पर हमलावर हैं। मंगलवार को भी ऐसा ही देखने को मिला। इमरान खान की बहनें, पार्टी कार्यकर्ताओं और समर्थकों के साथ फिर से आदियाला जेल के निकट धरने पर बैठ गईं। इनकी मांग केवल एक है कि पूर्व प्रधानमंत्री से कोर्ट के आदेश के अनुसार मुलाकात कराई जाए।

इस्लामाबाद हाई कोर्ट ने इस साल 24 मार्च को एक आदेश जारी किया था, जिसमें कहा गया था कि इमरान को हफ्ते में दो बार, मंगलवार और गुरुवार को मिलने की अनुमति होगी। हालांकि, पीटीआई का कहना है कि इस आदेश का पालन नहीं किया जा रहा है।

प्रमुख मीडिया हाउस डॉन के अनुसार, आईएचसी के आदेश के बावजूद, इमरान की बहनें—अलीमा खान, उज्मा खान और नोरीन खान नियाजी - खैबर पख्तूनख्वा के मुख्यमंत्री सोहेल अफरीदी के साथ पिछले कई हफ्तों से इमरान से मिलने की कोशिश कर रही हैं, लेकिन असफल रहीं। पिछले मंगलवार को, पीटीआई प्रमुख से मिलने की अनुमति न मिलने पर, उनकी बहनों और पार्टी समर्थकों ने धरना दिया था। सुबह इन्हें तितर-बितर करने के लिए वॉटर कैनन का उपयोग किया गया था।

मंगलवार को, इमरान की बहनें जेल की तरफ मार्च कर रही थीं, तभी उन्हें रोक दिया गया। मार्च करते हुए एक रिपोर्टर से बात करते हुए अलीमा ने कहा, "हमें जहां भी रोका जाएगा, हम वहीं बैठ जाएंगे।"

जब उनसे पूछा गया कि क्या उन्होंने वॉटर कैनन या लंबे धरने के लिए तैयारी की है, तो उन्होंने जवाब दिया कि वह गर्म कपड़े और एक कंबल लाई हैं, और उन्होंने कैमरे पर कंबल दिखाया।

धरने में बड़ी संख्या में पार्टी कार्यकर्ताओं और समर्थकों ने हिस्सा लिया, जहां भारी संख्या में पुलिस भी मौजूद थी।

पत्रकारों से बात करते हुए, अलीमा ने कहा कि यह हर मंगलवार को उसी जगह पर होता है, और उन्होंने कहा कि वह और उनके पार्टी समर्थक कोई भी गैरकानूनी या असंवैधानिक गतिविधि नहीं कर रहे हैं।

उन्होंने कहा, "हमारे पास विरोध करने के अलावा कोई और विकल्प नहीं बचा है। हमारे संस्थापक की मांग संविधान, लोकतंत्र और कानून के शासन को बहाल करना है।"

उन्होंने आरोप लगाया कि न्यायपालिका की स्वतंत्रता छीन ली गई है, अफगानिस्तान के साथ व्यापार बंद होने के कारण बेरोजगारी बढ़ रही है और सुरक्षा की स्थिति खराब हो रही है।

2 दिसंबर को अपनी बहन उज्मा की इमरान से संक्षिप्त मुलाकात और सरकार के "राजनीतिक बातचीत" के दावे का जिक्र करते हुए, अलीमा ने सरकार से आग्रह किया कि उन्हें बताया जाए कि आखिर बातचीत क्या हुई थी?

उन्होंने कहा, "मुझे बताओ कि मेरी बहन ने पिछली मुलाकात में किन राजनीतिक मामलों पर चर्चा की। राजनीतिक विषयों पर पार्टी के लोगों के साथ चर्चा की जानी चाहिए।"

Point of View

बल्कि यह पाकिस्तान की न्याय प्रणाली और राजनीतिक स्थिरता पर भी गहरा प्रभाव डालता है। हमें इन घटनाओं को एक व्यापक दृष्टिकोण से देखने की आवश्यकता है, क्योंकि यह राजनीतिक अस्थिरता और लोकतंत्र के लिए एक बड़ा खतरा बन सकता है।
NationPress
16/12/2025

Frequently Asked Questions

इमरान खान की बहनें क्यों धरना दे रही हैं?
इमरान खान की बहनें पूर्व प्रधानमंत्री से मुलाकात की अनुमति की मांग कर रही हैं, जो कोर्ट के आदेश के अनुसार होनी चाहिए।
क्या प्रशासन ने धरना समाप्त करने की कोशिश की?
हाँ, प्रशासन ने धरने को समाप्त करने के लिए वॉटर कैनन का इस्तेमाल किया।
क्या धरने में पुलिस मौजूद थी?
जी हाँ, धरने में भारी संख्या में पुलिस मौजूद थी।
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