क्या गाजा में भोजन संकट के बीच 220 से अधिक ट्रकों में मदद पहुंची?

सारांश
Key Takeaways
- गाजा में 220 से अधिक ट्रकों द्वारा राहत सामग्री भेजी गई।
- संयुक्त राष्ट्र ने राहत कार्यों को तेज किया है।
- गाजा के 20 लाख लोग संकट से प्रभावित हैं।
- इजरायल का हमास के खिलाफ अभियान जारी है।
- भोजन संकट का समाधान अंतरराष्ट्रीय सहयोग से ही संभव है।
तेल अवीव, 22 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। गाजा में भोजन संकट के बढ़ते हालात के बीच गुरुवार को 220 से अधिक ट्रकों के माध्यम से मानवीय सहायता भेजी गई। इस संबंध में जानकारी इजरायल के कोऑर्डिनेटर ऑफ गवर्नमेंट एक्टिविटीज (सीओजीएटी) ने दी।
सीओजीएटी के अनुसार, इन ट्रकों ने गाजा पट्टी में केरेम शालोम और जिकिम क्रॉसिंग के माध्यम से सहायता सामग्री पहुंचाई। इसके अलावा, संयुक्त राष्ट्र एवं अन्य अंतरराष्ट्रीय संगठनों द्वारा 370 से अधिक राहत सामग्री से भरे ट्रकों का प्रबंध किया गया है, ताकि जरूरतमंदों के बीच इन्हें बांटा जा सके।
सीओजीएटी ने यह भी बताया कि सैकड़ों ट्रकों में भरी राहत सामग्री अभी भी गाजा सीमा पर खड़ी है, जिसे उठाने का इंतजार है।
इजरायली सेना (आईडीएफ) के अनुसार, जॉर्डन, संयुक्त अरब अमीरात, जर्मनी, नीदरलैंड, फ्रांस, सिंगापुर और इंडोनेशिया ने हवाई मार्ग से 155 पैलेट्स (लगभग चार ट्रकों के बराबर) सहायता सामग्री गाजा में भेजी है, जिसमें प्रत्येक पैलेट में सैकड़ों किलोग्राम खाद्य सामग्री शामिल थी।
पिछले कुछ हफ्तों से इसी प्रकार की सहायता आपूर्ति की सूचना आ रही है।
संयुक्त राष्ट्र का कहना है कि गाजा के लगभग 20 लाख लोगों को युद्ध के बीच पर्याप्त भोजन उपलब्ध कराने के लिए प्रतिदिन 600 ट्रकों की सहायता की आवश्यकता है।
सीओजीएटी ने यह भी जानकारी दी कि गुरुवार को संयुक्त राष्ट्र के लिए ईंधन टैंकर गाजा में आवश्यक मानवीय प्रणालियों के संचालन के लिए प्रवेश किए। इसके अलावा, मानवीय सहायता कार्यकर्ताओं का प्रवेश और निकास भी समन्वित किया गया है।
रिपोर्ट के अनुसार, गाजा पर पूर्ण नियंत्रण के लिए इजरायल ने अभियान की शुरुआत कर दी है। इजरायली सेना (आईडीएफ) के प्रवक्ता ने बताया कि उन्होंने शहर के बाहरी इलाकों पर नियंत्रण स्थापित कर लिया है। इस अभियान के लिए इजरायल ने बड़ी संख्या में रिजर्व सैनिकों को बुलाया है।
इजरायल का उद्देश्य हमास का पूर्ण सफाया करना है, जिसके लिए इजरायल ने 'गाजा' जो कि हमास का गढ़ है, पर पूर्ण नियंत्रण की योजना बनाई है।