क्या डोनाल्ड ट्रंप इजरायल में बंधकों से मिलेंगे और संसद में भाषण देंगे?

सारांश
Key Takeaways
- गाजा और हमास के बीच शांति समझौता हुआ है।
- डोनाल्ड ट्रंप का इजरायल दौरा महत्वपूर्ण है।
- बंदियों और कैदियों का आदान-प्रदान किया जाएगा।
- मिस्र में शांति शिखर सम्मेलन होगा।
- संयुक्त राष्ट्र के महासचिव भी इसमें शामिल होंगे।
नई दिल्ली, 12 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। गाजा में दो वर्षों तक चले संघर्ष के बाद, हमास और इजरायल ने शांति समझौता करने पर सहमति दी है। डोनाल्ड ट्रंप के शांति योजना के अनुसार, रविवार को दोनों पक्षों के बीच बंधकों और कैदियों का आदान-प्रदान किया जाएगा। इस बीच, मिस्र में गाजा शांति शिखर सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा।
मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, इस सम्मेलन की अध्यक्षता अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सीसी करेंगे। इसके अतिरिक्त, अमेरिकी राष्ट्रपति इजरायल का दौरा भी करेंगे।
न्यूज एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुटेरेस भी इस सम्मेलन में भाग लेंगे। उनके प्रवक्ता कार्यालय ने शनिवार को उनकी मिस्र यात्रा की जानकारी दी थी। शांति शिखर सम्मेलन मिस्र के शर्म अल-शेख में आयोजित होगा, जिसमें अन्य देशों के नेताओं के शामिल होने की भी चर्चा है।
मिस्र के राष्ट्रपति कार्यालय द्वारा जारी बयान में कहा गया है कि यह बैठक शर्म अल-शेख के रिसॉर्ट शहर में होगी, जिसमें 20 से अधिक देशों के नेता हिस्सा लेंगे। इस शिखर सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य गाजा पट्टी में युद्ध समाप्त करना, मध्य पूर्व में शांति और स्थिरता को बढ़ावा देना और क्षेत्रीय सुरक्षा के एक नए युग की शुरुआत करना होगा।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप सोमवार सुबह इजरायल पहुंचेंगे। वह इजरायली संसद नेसेट को संबोधित करेंगे और लगभग चार घंटे बाद रवाना होंगे। यह दर्शाता है कि राष्ट्रपति ट्रंप का यह दौरा केवल चार घंटे का होगा।
इजरायली मीडिया ने एक अधिकारी के हवाले से बताया है कि अमेरिकी राष्ट्रपति नेसेट में भाषण देंगे और रिहा हुए बंधकों से भी मिलेंगे।
इजरायली मीडिया के अनुसार, राष्ट्रपति ट्रंप सुबह 9:20 बजे इजरायल पहुंचेंगे और दोपहर 1 बजे वहां से रवाना होंगे। उनके स्वागत के लिए बेन गुरियन हवाई अड्डे पर एक छोटा सा समारोह आयोजित किया जाएगा। इसके बाद ट्रंप नेसेट की ओर प्रस्थान करेंगे।
इजरायल और हमास के बीच युद्धविराम समझौता शुक्रवार को प्रभावी हो गया। यह समझौता मिस्र, कतर, तुर्किए और अमेरिका की मध्यस्थता में शर्म अल-शेख में तीन दिनों तक चली गहन वार्ता के बाद लागू हुआ।
इस योजना के पहले चरण में गाजा, राफा, खान यूनिस और उत्तरी क्षेत्र से इजरायली सैनिकों की वापसी के साथ-साथ बंधकों और कैदियों की रिहाई शामिल है। इसके अलावा, सहायता के लिए पांच क्रॉसिंग खोलने की योजना भी है।