क्या गाजा समझौता दो-राज्य पर आधारित राजनीतिक समाधान की शुरुआत का प्रतीक है? : मैक्रों

सारांश
Key Takeaways
- गाजा समझौता युद्धविराम और बंधकों की रिहाई सुनिश्चित करता है।
- फ्रांस राजनीतिक समाधान खोजने के लिए कार्यरत है।
- मैक्रों ने सभी पक्षों से समझौते की शर्तों का पालन करने का आह्वान किया।
- यह समझौता शांति की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
पेरिस, 9 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने गुरुवार को गाजा में युद्धविराम और बंधकों की रिहाई सुनिश्चित करने के समझौते का स्वागत किया है। उन्होंने बताया कि फ्रांस, युद्ध का राजनीतिक समाधान खोजने के लिए अपने अंतरराष्ट्रीय साझेदारों के साथ बातचीत जारी रखेगा। फ्रांस के राष्ट्रपति ने अपने विचार सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स के माध्यम से साझा किए।
मैक्रों ने यह भी कहा कि उन्हें विश्वास है कि गाजा की शांति योजना 'दो-राज्य समाधान पर आधारित राजनीतिक समाधान' की दिशा में अग्रसर होगी।
उन्होंने कहा, "बंधकों और उनके परिवारों, गाजा में फिलिस्तीनियों और पूरे क्षेत्र के लिए बड़ी उम्मीद। मैं बंधकों की रिहाई और गाजा में युद्धविराम के लिए हुए समझौते का स्वागत करता हूं और राष्ट्रपति ट्रंप, कतर, मिस्र और तुर्की के मध्यस्थों के प्रयासों की सराहना करता हूं जिन्होंने इसे संभव बनाया।"
मैक्रों ने सभी पक्षों से इस समझौते की शर्तों का सख्ती से पालन करने की अपील की। यह समझौता युद्ध की समाप्ति और दो-राज्य समाधान पर आधारित राजनीतिक समाधान की शुरुआत का प्रतीक होना चाहिए। फ्रांस इस लक्ष्य में योगदान देने के लिए तत्पर है। हम आज पेरिस में अपने अंतरराष्ट्रीय साझेदारों के साथ इस पर चर्चा करेंगे।
बता दें कि बुधवार को राष्ट्रपति ट्रंप ने अपने ट्रुथ सोशल नेटवर्क पर इजरायल और हमास के बीच समझौते का उल्लेख किया था और इसे दो साल पुराने युद्ध को समाप्त करने की दिशा में एक “ऐतिहासिक और अभूतपूर्व” कदम बताया।
उन्होंने कहा कि हमास सभी बंधकों को रिहा करेगा, जबकि इजरायल अपने सैनिकों को मिस्र में उनकी 20-सूत्रीय शांति योजना पर बातचीत के बाद वापस बुलाएगा।
राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा, "मुझे यह घोषणा करते हुए गर्व हो रहा है कि इजरायल और हमास दोनों ने हमारी शांति योजना के पहले चरण पर हस्ताक्षर कर दिए हैं। इसका अर्थ है कि सभी बंधकों को जल्द ही रिहा किया जाएगा, और इजरायल अपने सैनिकों को एक निश्चित सीमा पर वापस बुला लेगा, जो एक मजबूत, स्थायी और शाश्वत शांति की दिशा में पहला कदम होगा।"
ट्रंप ने मध्यस्थों कतर, मिस्र और तुर्की का भी धन्यवाद किया और पवित्र बाइबिल का एक उद्धरण साझा किया: "शांति स्थापित करने वाले धन्य हैं!"