क्या हिलेरी क्लिंटन डोनाल्ड ट्रंप का नोबेल शांति पुरस्कार के लिए समर्थन करेंगी?

सारांश
Key Takeaways
- हिलेरी क्लिंटन ने डोनाल्ड ट्रंप का नोबेल शांति पुरस्कार के लिए समर्थन दिया है।
- यह समर्थन एक शर्त पर आधारित है।
- यूक्रेन युद्ध को समाप्त करने की प्रक्रिया जटिल है।
- ट्रंप ने रूस-यूक्रेन युद्ध को समाप्त करने का वादा किया है।
- यह राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता के बावजूद सहयोग का संकेत है।
नई दिल्ली, १६ अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। अमेरिका की पूर्व विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन ने एक आश्चर्यजनक घोषणा की है। उन्होंने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को नोबेल शांति पुरस्कार के लिए समर्थन देने की बात की है! लेकिन इसके लिए एक शर्त रखी है। उनका कहना है कि यदि वे यूक्रेन के किसी भी भाग को बिना रूस को सौंपे शांति स्थापित करते हैं, तो वे उन्हें बिना हिचकिचाहट के नोबेल शांति पुरस्कार के लिए नामांकित कर देंगी।
हिलेरी क्लिंटन ने यह टिप्पणी अलास्का के एंकोरेज में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की महत्वपूर्ण बैठक से कुछ घंटे पहले 'रेजिंग मॉडरेट्स' में दी।
उन्होंने कहा, "अगर ट्रंप वास्तव में इस भयानक युद्ध का अंत यूक्रेन की भौगोलिक स्थिति में बिना बदलाव के करा सकें, तो निश्चित तौर पर मैं उनका नाम नोबेल शांति पुरस्कार के लिए नामित कर सकती हूं।"
क्लिंटन ने यह भी कहा कि ट्रंप किसी मित्र से नहीं बल्कि ऐसे विरोधी से मिल रहे हैं, जो अमेरिका और पश्चिमी गठबंधन का विनाश देखना चाहता है।
हालांकि, हिलेरी क्लिंटन और डोनाल्ड ट्रंप के बीच राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता २०१६ के अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव से शुरू हुई थी, जिसमें ट्रंप ने क्लिंटन को हराया था। उस चुनाव में क्लिंटन ने पुतिन जैसे सत्तावादी नेताओं की प्रशंसा को नकारा था।
डोनाल्ड ट्रंप ने रूस-यूक्रेन युद्ध को शीघ्र समाप्त करने का वादा किया है, लेकिन विश्लेषकों का कहना है कि युद्ध समाप्त करने की रूस की शर्त यूक्रेन के कुछ क्षेत्रों पर दावा और पश्चिमी प्रतिबंधों की समाप्ति है। यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की ने किसी भी क्षेत्रीय रियायत को दृढ़ता से अस्वीकार कर दिया है। इस प्रकार, रूस-यूक्रेन संघर्ष विराम आसान नहीं होने वाला है।
शुक्रवार को अलास्का में हुए शिखर सम्मेलन के बाद ट्रंप और पुतिन ने कहा कि बातचीत सकारात्मक रही, लेकिन तत्काल युद्धविराम की घोषणा नहीं की गई।
फॉक्स न्यूज से बात करते हुए ट्रंप ने किसी ठोस समझौते से इनकार किया और कहा कि हमारी बैठक बहुत अच्छी रही।
ट्रंप ने यह भी कहा कि वह बैठक के नतीजों पर यूरोपीय नेताओं से चर्चा करेंगे। पुतिन ने भी बैठक को रचनात्मक और सम्मानजनक बताया।