क्या ईरानी विदेश मंत्री अब्बास अराघची रूस की यात्रा करेंगे और राष्ट्रपति पुतिन से मिलेंगे?

सारांश
Key Takeaways
- अब्बास अराघची की रूस यात्रा कूटनीतिक महत्व रखती है।
- अमेरिका के हमले के परिणामस्वरूप यह यात्रा हो रही है।
- रूस और ईरान के बीच संबंधों को प्रगाढ़ बनाने का अवसर।
तेहरान, २२ जून (राष्ट्र प्रेस)। अमेरिकी हमले के बाद, जो ईरानी परमाणु स्थलों पर हुआ, ईरान के विदेश मंत्री अब्बास अराघची ने घोषणा की है कि वे रूस की यात्रा करेंगे। इस यात्रा के दौरान, ईरानी विदेश मंत्री की रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ मौजूदा स्थिति पर गंभीर चर्चा की संभावना है।
मेहर न्यूज के अनुसार, "इस्तांबुल में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में, ईरान के शीर्ष राजनयिक ने बताया कि वे सोमवार को मास्को का दौरा करेंगे ताकि रूसी नेतृत्व के साथ गंभीर विचार-विमर्श किया जा सके।"
उन्होंने आगे कहा कि राष्ट्रपति के साथ बैठक उनकी योजनाओं में शामिल है।
ईरान के राजदूत काजेम जलाली ने भी इस दौरे की पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि तेहरान और मास्को ने क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर उच्च स्तरीय परामर्श बनाए रखा है। इस वार्ता से उम्मीद है कि यह मौजूदा स्थिति को स्थिर करने में सहायक और रचनात्मक साबित होगी।
रविवार को अमेरिका ने ईरान के तीन परमाणु स्थलों पर हमला किया था, जिसकी रूस ने कड़ी निंदा की थी। रूस के विदेश मंत्रालय ने इस हमले को गैर-जिम्मेदार बताते हुए कहा कि यह क्षेत्रीय अस्थिरता को बढ़ावा देगा और परमाणु अप्रसार संधि (एनपीटी) के लिए एक बड़ा झटका है।
रूसी विदेश मंत्रालय ने कहा कि वे उम्मीद करते हैं कि आईएईए नेतृत्व इस पर तुरंत पेशेवर और पारदर्शी तरीके से प्रतिक्रिया देगा। आगामी विशेष सत्र में महानिदेशक द्वारा एक निष्पक्ष और वस्तुनिष्ठ रिपोर्ट प्रस्तुत करने की आवश्यकता है।
इसके अलावा, रूसी विदेश मंत्रालय ने संयुक्त राष्ट्र को भी कटघरे में खड़ा करते हुए कहा है कि सुरक्षा परिषद को अमेरिका और इजरायल की टकरावपूर्ण कार्रवाइयों को सामूहिक रूप से खारिज करना चाहिए।